
इंदौर। भूमि वैद्यं आयुर्वेद पंचकर्म चिकित्सा केंद्र के को-फाउंडर देवेंद्र अरोरा ने हमें बताया कि भूमि वैद्यं आयुर्वेद पंचकर्म चिकित्सा केंद्र स्वास्थ्य की रक्षा के साथ ही रोगों
को दूर करने के उपाय और उपचार उपलब्ध कराए जाएंगे। यहांआयुर्वेद से संबंधित औषधि, पंचकर्म, योग, दिनचर्या, ऋतुचर्या, आहारचर्या आदिके माध्यम सवैदकीय सलाह द्वारा रोगों का निवारण किया जाएगा। साथ ही, त्वचा रोगियों का इलाज लीच थिरैपी (जिसेजोंक या जलौका विधि भी कहा जाता है) द्वारा स्थायी रूप सेकि या जाएगा। यहां पाइल्स, फिस्टला, फिशर आदि के लिए क्षार सूत्र पद्धति से भी स्थायी इलाज की सुविधा उपलब्ध है। पंचकर्म चिकित्सा के तहत स्पॉन्डि लाइटिस, कमरदर्द, आर्थराइटिस, मधुमेह, ब्लड प्रेशर, बालों का झड़ना, रूसी, लिवर, किडनी आदि से संबंधित रोगों का इलाज किया जाएगा। हर माह के पुष्य नक्षत्र में बच्चों का सुवर्णप्राशन संस्कार किया जाएगा, जो बच्चों की मानसिक और शारीरिक वृद्धि के साथ-साथ उनकी स्मरणशक्ति (लर्निंग, ग्रास्पिग, रिकॉलिग पावर) को भी बढ़ाएगा। स्त्री रोग सेसंबंधित समस्याओ जैसे बांझपन, इंफर्टिलि टी, ल्यूकोरिया, पीसीओडी का इलाज महिला विशेषज्ञों द्वारा किया जाएगा। मानसिक व्याधि जैसेअनिद्रा आदि का उपचार योग, ध्यान, आहार-विहार, शिरोधारा, और शोधन चिकित्सा के माध्यम से किया जाएगा। वात के अस्सी प्रकार, पित्त के चालीस प्रकार और कफ के बीस प्रकार के रोगों का इलाज आयुर्वेदि क पद्धति से किया जाएगा।