नई दिल्ली(माधव एक्सप्रेस/ ऊषा माहना) शनिवार, 30 नवंबर को ऐतिहासिक हिंदू कॉलेज हॉस्टल में एक विशेष एलुमनी मीट का आयोजन किया गया, जिसने पूर्व निवासियों को एक बार फिर से पुरानी यादों और भावनाओं के साथ जोड़ दिया। इस बंद-दरवाजे वाले कार्यक्रम में बॉलीवुड सितारे, नामी निर्देशक, शीर्ष नौकरशाह और देश के प्रमुख राजनेता शामिल हुए, जो कभी इसी हॉस्टल में एक साथ रहे थे।
अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मणिपुर, असम, बिहार, झारखंड, दिल्ली, गुजरात, स्विट्ज़रलैंड और अमेरिका से आए एलुमनी ने हॉस्टल के प्रिय प्रांगण में कदम रखा और दशकों पुरानी दोस्ती और यादों को फिर से जीवित किया।
इस आयोजन का सबसे भावनात्मक क्षण विशेष मोमेंटो का वितरण था, जो पुराने हॉस्टल के फर्नीचर के लकड़ी से बनाए गए थे। पूर्व छात्र राहुल राजोरा द्वारा डिज़ाइन किए गए इन स्मृति चिन्हों ने एलुमनी और उनके कॉलेज के बीच अटूट बंधन का प्रतीक प्रस्तुत किया। सभी उपस्थित लोगों को एक विशेष स्वेटशर्ट भी दी गई, जिसे पहनकर सभी ने अपने हॉस्टल के दिनों को फिर से जीवंत किया।
कार्यक्रम का एक और आकर्षण दो पूर्व मेस कर्मचारियों का सम्मान था, जिन्हें विशेष स्वेटशर्ट और मोमेंटो प्रदान किए गए। उनकी खुशी उस समय चरम पर थी जब वे पूर्व छात्रों के साथ नृत्य करते हुए पुराने दिनों की यादें ताजा कर रहे थे।
कार्यक्रम के मुख्य आयोजकों में से एक और बॉलीवुड निर्देशक नलिन सिंह ने इस अवसर पर कहा, “यहाँ केवल एक ही प्रोटोकॉल है। यदि आप हॉस्टल में जूनियर थे, तो अपने सीनियर्स को ‘सर’ कहकर संबोधित करें। और यदि आप सीनियर थे, तो बस अपने जूनियर्स को प्यार दें। बाहरी दुनिया के प्रोटोकॉल यहाँ लागू नहीं होते।” यह बयान इस अनूठे बंधन को दर्शाता है जो सामाजिक भूमिकाओं और पदों से परे है।
यह आयोजन भावनात्मक पुनर्मिलन, बिहारी, पंजाबी और असमिया लोकगीतों, और दिल को छू लेने वाली बातचीत से भरा हुआ था। नलिन सिंह ने कहा, “मैं इस भावनात्मक क्षण पर आंसू नहीं रोक सका, जब मैं उन लोगों से फिर से मिला, जिनके साथ हम 20-30 साल पहले रहते थे। यह पुनर्मिलन अनमोल यादों की बाढ़ लेकर आया।”
हिंदू कॉलेज हॉस्टल एलुमनी मीट केवल एक पुनर्मिलन नहीं था, बल्कि एक ऐसा उत्सव था जो यह दर्शाता है कि यह बंधन कभी नहीं टूटता — यह एक ऐसी रात थी जब समय ठहर सा गया और अतीत की यादें फिर से जीवंत हो गईं।