पानी पतासी खाने का वर्ल्ड रिकॉर्ड तोड़ने के लिए रखा गया 10,000 रुपए का नगद पुरस्कार
उज्जैन — बदलते मौसम के साथ, स्वाद प्रेमियों के लिए एक अनोखा मौका उज्जैन में आयोजित किया गया। विश्व प्रसिद्ध ठहाका सम्मेलन परिवार द्वारा दीपावली ठहाका मिलन समारोह एवं “पानी पतासी भंडारा” का भव्य आयोजन ठहाका उस्ताद डॉ. महेन्द्र यादव के सान्निध्य में संपन्न हुआ। इस भंडारे में बच्चों से लेकर बड़ों तक ने मुफ्त में पानी पताशे का जमकर आनंद लिया। आयोजन में बड़ी संख्या में स्कूली और कॉलेज की लड़कियाँ, महिलाएँ तथा गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए उत्साह और चुनौती
इस आयोजन का मुख्य आकर्षण था हैदराबाद के अंकुर हरारे द्वारा बनाए गए 147 पानी पतासी खाने के विश्व रिकॉर्ड को तोड़ने की प्रतियोगिता, जिसमें विजेता के लिए 10,000 रुपए का नकद पुरस्कार रखा गया था। हालांकि इस रिकॉर्ड को कोई तोड़ नहीं सका, लेकिन इस चुनौती में उज्जैन के मनीष सोलंकी ने 97 पानी पतासी खाकर शीर्ष स्थान प्राप्त किया। वहीं, ललित लुल्ला 83 पानी पताशे और पत्रकार धीरज गोमे 74 पानी पतासी खाकर क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर रहे।
हास्य कवियों ने दिया आनंद का तड़का
पानी पताशे के इस आयोजन में कवियों ने भी अपनी प्रस्तुतियों से हास्य और व्यंग्य की फुहारें बिखेरी। कुमार संभव ने प्यार मोहब्बत के गीतों से सबका मनोरंजन किया, जबकि अंतर्राष्ट्रीय कवि अशोक भाटी ने अपनी अनोखी शैली में हँसी के दौर चलाए। कवि सुरेंद्र सर्किट ने अपने व्यंग्य से श्रोताओं को गुदगुदाया। युवा कवि राहुल शर्मा ने पत्नियों के खुश रहने के मंत्र के माध्यम से हास्य का पुट जोड़ा, और हास्य कवि सौरभ चातक ने प्रेमिका के साथ पानी पताशा खाने के फायदे बताए। लोकप्रिय कवि दिनेश दिग्गज ने अपने ठहाकों से सभी को लोटपोट कर दिया।
डॉ. महेन्द्र यादव की विशेष प्रस्तुति
कार्यक्रम का संचालन स्वयं डॉ. महेन्द्र यादव ने हास्य और व्यंग्य के अनोखे अंदाज में किया। उनके विशेष चुटकुले और संवाद श्रोताओं के बीच हंसी की लहरें लाते रहे। उनके शब्दों में, “काबा हो या काशी, मोक्ष जब तक नहीं मिलता जब तक खाओ ना पताशी।” इस तरह उन्होंने एकता और समरसता का संदेश भी दिया।
मुख्य अतिथियों की उपस्थिति
कार्यक्रम में शहर के कई गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही, जिनमें नगर निगम नेता प्रतिपक्ष रवि राय, रजनी नरवरिया, प्रीति दीक्षित, रवि भूषण श्रीवास्तव, हितेंद्र सिंह सेंगर, दीपक बेलानी, टिकम सेठ, सफदर बेग, पुरषोत्तम नागराज जैसे कई प्रमुख लोग शामिल थे। इस आयोजन में ठहाका सम्मेलन के प्रमुख डॉ. महेन्द्र यादव, हरिसिंह यादव, ललित लुल्ला, रितिक यादव, मनोहर परमार, विजय तिवारी, राहुल प्रजापति, आशीष खंडेलवाल, सुरेंद्र सिंह ठाकुर, मनीष सोलंकी, और शशांक चंदेरिया की सक्रिय भूमिका रही।
सारांश
ठहाका सम्मेलन परिवार, उज्जैन द्वारा हर वर्ष दीपावली के अवसर पर विशेष दीपावली मिलन समारोह का आयोजन किया जाता है। इस समारोह का मुख्य आकर्षण “पानी पतासी भंडारा” है, जो समाज में आपसी सौहार्द और मेलजोल को बढ़ावा देने का एक अवसर प्रदान करता है। डॉक्टर महेन्द्र यादव के नेतृत्व में यह आयोजन न केवल भोजन के माध्यम से बल्कि हास्य-व्यंग्य से भी लोगों का मनोरंजन करता है और सामुदायिकता को प्रोत्साहित करता