निप्र जावरा : मध्यप्रदेश के रतलाम ज़िले कि जावरा नगर पालिका परिषद् पार्षदों की शिकायत को लेकर लगातार विवादों में घिरती जा रही हैं जहां प्रदेश की सत्ता और केंद्र की सत्ता में भाजपा होने के बाद भी जावरा नगर पालिका परिषद् में आला कमान कांग्रेस अध्यक्षता के सामने विधानसभा चुनाव के बाद से नेता प्रतिपक्ष नियुक्त नहीं कर पा रहे,
शायद यहां भाजपा और कांग्रेस का अपना सामूहिक गठबंधन है जहां भाजपा के सिर्फ़ एक पार्षद की शिकायत लोकायुक्त में जाती हैं तो दुसरी ओर उन्हीं के दुसरे भाजपा पार्षद सिर्फ़ परिषद् में समस्या बया करते नज़र आते हैं फ़िर भी सुनवाई नहीं हो पाती और भाजपा के बड़े ओहदे के नेता सब जानकर भी सिर्फ़ वार्ड पार्षद को सांत्वना देकर काम चलाते हैं, गुरुवार को परिषद् सम्मेलन में परिषद् की चर्चा में मौजूद एक निर्दलीय पार्षद शिवेंद्र माथुर ने जन समस्या को लेकर अपनी बात रखीं तो उल्टा सीएमओ दुर्गा बामनिया अपनी पैरवी करती दिखाईं देने लगी जवाब में सीएमओ दल के इंजीनियर और अफसर अनियमितता के कार्यों पर फाइलों की सूची दिखाते हुए मामला शांत करते नज़र आए , भाजपा पार्षद रजत सोनी ने घर के सामने अपने वार्ड में गंदगी और कचरे के ढेर की शिकायत की तो उन्हें भी बोलने नहीं दिया गया चर्चा में परिषद् के बिंदुओं को हटा लोकायुक्त की शिकायत पर चर्चा होने लगीं जिस पर शिकायत कर्ता रुक्मण धाकड़ ने कहा कि वार्ड में कार्य नहीं हो रहे ओर कुछ समय में ही वे परिचर्चा से दरकिनार हो गई, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रही रानी सोनी और निर्दलीय पार्षद भावना शर्मा ने वार्ड की समस्या रखी तो कोई ठीक से जवाब नहीं दे पाए, वहीं अध्यक्ष अनम कड़पा कही मामलों में बोल ही नहीं पाई ऐसे में दैनिक माधव एक्सप्रेस रतलाम ज़िला संवाददाता लखन पंवार द्वारा जावरा नगर पालिका परिषद् अध्यक्ष अनम कड़पा से परिषद् को लेकर मुख्य विषयों पर चर्चा कि तो पहले पिता यूसुफ कड़पा से बात करने का कहा जिस पर प्रश्न का जवाब देने का अध्यक्ष को राइट्स होने की बात पर महिला अध्यक्ष कड़पा मानी जहां अध्यक्ष कड़पा ने वार्डों में पार्षदों के सफ़ाई न होने कि शिकायत पर कहा की सफ़ाई की व्यवस्था अच्छी चल रही थी लेकिन एनजीओ अभी बंद हुआ है गाड़ियां ख़राब चल रहीं हैं जिसके लिए मेंटेनेंस में टाइम लग रहा हैं, एक दो दिन में ठीक हो जाएंगी, पार्षद रुक्मण राजेश धाकड़ द्वारा लोकायुक्त शिकायत को लेकर शिकायत पर कहा कि उन्होंने एक राजनैतिक रुप धारण कर रखा है उनको क्या कह सकते हैं, बेबुनियादी शिकायत की गई छोटे छोटे काम के लिए शिकायत की गई , वहीं अनियमितता और सातवें वेतन मान को लेकर प्रश्न पूछने पर कहा कि यह शासन का है हम कुछ नहीं कहेंगे पार्षद धाकड़ ने झूठी जानकारी दी है जिस पर परिषद् में नाराजगी जाहिर की है ,परिषद् की तरफ से इस संबंध में कलेक्टर को पत्र जारी करेंगे , पार्षद धाकड़ को मानहानि नोटिस भेजने के संबंध में जवाब में कहा कि अभी हमारे वकील से इस संबंध में बातचीत चल रही हैं। ऐसे में साफ़ हैं की स्पष्ट प्रश्नों पर भी जावरा नगर पालिका परिषद् अध्यक्ष अनम कड़पा अपनी प्रतिक्रिया ठीक से नहीं दे पाई कहीं परिषद् में कड़पा का कार्यों के प्रति झुकाव कम तो नहीं ?