कुछ दिन पूर्व इंदौर एवं आसपास मंदसौर जिले के मुस्लिम परिवारों ने प्रभावित होकर सनातन धर्म अपनाया था
उत्तर प्रदेश के पनवाड़ी थाना क्षेत्र में मुस्लिम युवती को अपने ही शहर के हिंदू युवक से प्यार हो गया. दोनों ने अपने रिश्ते को नाम देने का फैसला किया. युवती ने अपने प्यार के लिए सब कुछ छोड़ दिया और स्वेच्छा से सनातन धर्म अपना लिया. इतना ही नहीं, युवती ने अपना नाम आरजू से बदलकर आरती जायसवाल रख लिया. गैरैया माता मंदिर में युवती ने प्रेमी दिनेश के साथ सात लिए. सात फेरे लेने के बाद युवती के मुंह से तीन ऐसे शब्द निकले, जिसकी उम्मीद किसी को नहीं थी.
महोबा में पनवाड़ी थाना क्षेत्र के मुस्लिम लड़की द्वारा हिंदू लड़के से शादी करने का मामला सामने आया है. आरजू राइन ने सनातन धर्म अपनाया और शादी के बाद अपना नाम बदलकर आरती जयसवाल रख लिया. आरजू राइन ने देवी मंदिर में वैदिक मंत्रों के बीच शादी समारोह में जय श्री राम के नारे लगाए. अपनी स्वेच्छा से हिंदू धर्म में वापसी कर बेहद खुश नजर आई.
.हिंदू धर्म से बेहद खुश है और सनातन धर्म में वापसी करना चाहती है. इसी मकसद के चलते उसने पनवाड़ी कश्मीर के गौरैया माता मंदिर में पहुंचकर हिंदू रीति रिवाज के अनुसार कस्बे के ही दिनेश जायसवाल के साथ शादी कर हिंदू धर्म में अपना लिया.
आरजू राइन बीते कई बर्षों से हिन्दू धर्म से प्रेम करती चली आ रही है. नवरात्र में देवी उपासना, राम नवमी पर भगवान श्री राम के प्रति समर्पण, दीपावली में पटाखे आतिशबाजी करना आरजू बनी आरती को खूब भाता रहा है. वह कहती है कि हम सभी सनातन धर्म के लोग हैं. इसी समाज ने हम सभी को अलग अलग कर दिया था लेकिन मैं हमेशा ही हिन्दू धर्म से प्रेरित रही हूं, इसीलिए मैंने दिनेश जयसवाल से प्रेम किया है. अब दिनेश के साथ हमेशा-हमेशा के लिए जीवन व्यतीत करना चाहती हूं.
आरजू ने आगे कहा, ‘हमारे समाज मे निकाह यानी शादी को एक समझौता माना जाता है लेकिन हिंदू समाज में शादी के दौरान सात फेरों को सात जन्मों का रिश्ता माना जाता है. यह मुझे बहुत भाता है. इस जन्म में दिनेश मुझे मिले हैं और वह हमेशा ऐसे ही मुझे प्यार करते रहें और हमेशा उनके साथ मुझे मिलता रहे. जय श्री राम.’ आरजू ने शादी संपन्न होते ही जैसे ‘जय श्री राम’ के नारे लगाए, वहां पर मौजूद सभी लोग चौंक गए.
जानकारी के मुताबिक, 2018 में आरजू अपने प्रेमी दिनेश के साथ घर से भाग गई थी. दोनों नोएडा-दिल्ली में रहे. कोरोना काल में भी दोनों घर से बाहर ही रहे. इस दौरान आरजू दो बच्चों की मां बन गई. पूरे छह साल बाद आरजू अपनी ससुराल लौटी है. हालांकि उसके माता-पिता और परिवार के लोग अभी भी इस रिश्ते के खिलाफ हैं और आरजू से उन्होंने रिश्ता तोड़ रखा है. ससुराल लौटने के बाद आरजू ने गौरैया माता मंदिर में पहुंचकर हिंदू रीति-रिवाज से शादी कर ली .