दुनिया की दिग्गज कंपनियों को पीछे छोड़ते हुए 599% की वृद्धि के साथ भारत में 30% मार्केट
शेयर पर कब्जा किया
नई दिल्ली : पिकाडिली डिस्टिलरीज की भारत की नंबर 1 और सबसे पसंदीदा ट्रिपल कास्क सिंगल माल्ट इंद्री सिंगल माल्ट व्हिस्की ने इंद्री-ट्रिनी के साथ भारत की विकास गाथा को और मजबूत किया है, और यह ‘दुनिया में अब तक की सबसे तेजी से बढ़ने वाली सिंगल माल्ट व्हिस्की’ बन गई है। स्कॉटलैंड, जापान, ताइवान या दुनिया में कहीं भी कोई भी सिंगल माल्ट व्हिस्की अपने लॉन्च के दो साल के भीतर 1,00,000 पेटी का आंकड़ा पार नहीं कर पाई है। इस उपलब्धि के साथ, इंद्री-ट्रिनी ने सभी रिकार्ड ध्वस्त कर दिए हैं और यह दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाली सिंगल माल्ट व्हिस्की के विशिष्ट क्लब में शामिल हो गई है।
पिछले वर्ष के मुकाबले 599% की शानदार वृद्धि दर के साथ, इंद्री न केवल रिकॉर्ड तोड़ रहा है; बल्कि यह खेल के नए मानक गढ़ रहा है। इंद्री भारत में 30% मार्केट शेयर पर कब्ज़ा करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। पिकाडिली डिस्टिलरीज अपनी महत्वाकांक्षी विस्तार योजनाओं के साथ दुनिया में सबसे ज्यादा बिकने वाली 5 सिंगल माल्ट व्हिस्की में से एक बनने की आकांक्षा रखती है।
नवंबर 2021 में अपनी शुरुआत के बाद से, इंद्री की शुरुआत से लेकर ब्रांड की इस असाधारण यात्रा के दौरान, इसने वर्ल्ड व्हिस्की अवार्ड और इंटरनेशनल व्हिस्की प्रतियोगिता जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में ‘सर्वश्रेष्ठ भारतीय सिंगल माल्ट’ सहित 25 से अधिक वैश्विक पुरस्कार प्राप्त किए हैं। ‘एशियन व्हिस्की ऑफ द ईयर’ और न्यूयॉर्क वर्ल्ड वाइन एंड स्पिरिट्स प्रतियोगिता में ‘गोल्ड मेडल’ जैसे उल्लेखनीय खिताब के साथ, इंद्री ने वैश्विक स्तर पर भारत को बेहद गौरवान्वित किया है। इसकी सबसे बड़ी उपलब्धि तब हुई जब इसके इंद्री दिवाली कलेक्टर संस्करण को व्हिस्की ऑफ द वर्ल्ड अवार्ड्स में स्कॉच और अमेरिकी प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़ते हुए ‘दुनिया में सर्वश्रेष्ठ व्हिस्की’ घोषित किया गया। इस सफलता ने न केवल ब्रांड को नए शिखर पर पहुंचाया है, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारतीय व्हिस्की की प्रतिष्ठा को भी बढ़ाया है, जिससे प्रीमियम भारतीय सिंगल माल्ट की मांग में वृद्धि हुई है।
इंद्री का उदय उपभोक्ता व्यवहार और प्राथमिकताओं में एक बड़े बदलाव का संकेत है, जिसमें प्रीमियम स्पिरिट को पसंद किया जा रहा है। उद्योग रिपोर्टों के अनुसार, भारतीय सिंगल माल्ट व्हिस्की ने 2021-22 में 144% की आश्चर्यजनक वृद्धि के साथ अपने स्कॉटिश प्रतिद्वंद्वियों को पीछे छोड़कर उनका स्थान ले लिया है। कन्फेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहलिक बेवरेज कंपनीज (सीआईएबीसी) के प्रारंभिक अनुमानों के अनुसार, 2023 में कुल बिक्री में भारतीय सिंगल माल्ट की हिस्सेदारी 53% रही, जिससे आयातित ब्रांड पीछे रह गए।
पिकाडिली डिस्टिलरी के सीईओ प्रवीण मालवीय ने कहा “आज आयातित ब्रांड के प्रभुत्व वाले बाजार में, इंद्री भारतीय उत्कृष्टता के प्रतीक के रूप में मजबूती से खड़ा है। यह सिर्फ एक ब्रांड नहीं है; यह राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक है, जो भारतीय लोगों की स्थिति को ऊंचाइयों तक ले जाता है। इंद्री सिर्फ इस व्हिस्की की अगुवाई नहीं कर रही है; यह एक क्रांति का नेतृत्व कर रही है”।
एक ओर इंद्री भारतीय सिंगल माल्ट व्हिस्की के मानकों को फिर से परिभाषित कर रहा है, वहीं पिकाडिली डिस्टिलरीज सरहदों को लांघने, नए क्षितिज तलाशने और दुनिया भर में व्हिस्की के शौकीनों को असाधारण अनुभव प्रदान करने के लिए समर्पित है।