निप्र, जावरा मध्यप्रदेश के कृषि मंत्री एदल सिंह कंषाना को शायद मंडी बोर्ड की व्यवस्था की जानकारी नहीं या शायद वे मंडी को प्रायवेट देखने की मंशा पर मंडियों की खस्ता स्थिति को समझना नही चाहते जावरा की शहीद नरेंद्र सिंह चंद्रावत कृषि उपज मंडी से लेकर मंडी से जुड़ी उप मंडियों की स्थिति कर्मचारी कम होने के कारण संभल नहीं पा रही हैं लगातार होते विवादों और सुर्खियों में रहने के बाद भी मंडी के अधिकारी कोई ध्यान नहीं रखते जिसके कारण मंडीयां नियम विरूद्ध चल रही हैं उप मंडी की चैक पोस्ट पर कोई दिखाई नहीं देता और मंडी उप निरिक्षक प्रभारी भीं आराम से मंडी आते हैं इस संबंध में सुखेड़ा मंडी प्रभारी पुरुषोत्तम भावसार के लेट आने पर उनसे पूछा गया तो कहा कि मंडी के कई कार्य रहते हैं कर्मचारी कम कितने कार्य संभाले अपने चार पांच साल और सेवा के है फिर मंडी जाने , मंडी की इसी स्थिति के चलते मंडी के आला कमान से लेकर मंडी के कर्मचारी मंडी की व्यवस्था को आराम और अपने मिजाज़ के साथ कार्य कर पूर्ण करते हैं चाहे उसमें किसानों का शोषण हो या मंडी से लूट या चोरी पूर्व में भी अरनिया पीथा मंडी के चोरी के वारदातों में कई मामलों में चोर हाथ न आ सकें वहीं मंडी में अधिकारियों पर कोई बात आने पर उप मंडियों में एक से दुसरी जगह तबादला कर दिया जाता हैं। वर्तमान में सुखेड़ा कृषि उपज उप मंडी में हम्माल द्वारा लाइसेंस बनवाने की मांग रखने के बाद भी पिछले तीन वर्षो से सुनवाई नहीं की जिसके चलते बिना पहचान रिकॉर्ड के मंडी में हम्माल कार्य कर रहे हैं ।