निप्र, जावरा नगर में स्वामी जी की कुटिया के नाम से प्रसिद्ध परम् गुरु स्वामी माधवानंद जी महाराज के आश्रम पर हर वर्ष की तरह इस बार भी हीरानंद महाराज के सान्निाध्य में भक्तों द्वारा गुरु माधवानंद जी महाराज की मूर्ति पर पंचामृत से स्नान करवाकर वस्त्र, पुष्प, नैवेद्य अर्पित कर चंरण वंदना की गई ,जिसकी जानकारी देते हुए गुरु हीरानन्द जी महाराज के शिष्य सत्यनारायण गोप द्वारा बताया गया कि गुरु की भक्ति में परम् आनन्द है ,परम् गुरु महाराज माधवानंद जी के दर्शन के लिए लोग कई राज्यो से आते है ,आज भी प्रतिदिन आश्रम पर गुरु माधवानंद जी , गुरु मुखाननंद जी एवं नविनानन्द जी महाराज की पूजा अर्चना की जाती है वही आश्रम के सामने प्राचीन दक्षिण मुखी नर्मदेश्वर शिवलिंग भी है,जिसे माधवानंद जी महाराज के द्वारा प्राण प्रतिष्ठा कर स्थापित करवाया गया था, जहाँ मंदिर में स्थापित सभी देव प्रतिमाओं पर पूजा आराधना की जाती है ,वही पंचायती अखाड़ा बड़ा उदासीन निर्वाण इलाहबाद के साधु संतों का यहाँ मुख्य स्थान है ,आज गुरुपूर्णिमा के अवसर पर गायत्री हवन कर पूर्ण आहुति देकर पूजा अर्चना की गई,वही प्राचीन शिवलिंग पर धूप दीप नैवेद्य,पंचामृत से रुद्राभिषेक किया गया, जिसके पश्चात धर्मावलंबियों द्वारा गुरु चरण वंदना,पूजा के पश्चात प्रसादी वितरण की गई।