*नाचते गाते बाबा श्याम की भव्य निशान यात्रा निकाली*
थांदला से (विवेक व्यास माधव एक्सप्रेस)
हारे का सहारा, बबा श्याम हमारा, श्याम तेरे दर पर आया भक्त, तू ही है भक्तों का सहारा.कब आएगा मेरा सांवरियां.मैं हार जाऊं ये हो नहीं सकता..सजा दो घर को गुलशन सा, मेरे सरकार आए हैं…जैसे भजनों पर खाटू श्याम के भक्त झूम रहे थे.
नगर आज प्रातः से ही बाबा श्याम के दर्शन हेतु व्याकुल था आज निस्वार्थ श्री श्याम समिति के तत्वाधान मे भव्य बाबा श्याम की निशान यात्रा निकाली गई आसमान में उड़ता अबीर- गुलाल और खाटू नरेश के जयकारों के संग सैंकड़ों हाथों में लहराते निशान, पवित्र अग्नि की ज्योति के साथ हर तरफ फूलों की वर्षा के बीच उमड़ा आस्था का सैलाब और धार्मिक उल्लास। कुछ ऐसा ही नजारा था। ढ़ोल- नगाड़े बैंड बाजे की अगुवाई में नयनाभिराम आकर्षक झांकियां भक्तों को आकर्षित कर रहीं थीं। सबसे पीछे रथ में सतरंगी फूलों से सजे भगवान खाटू श्याम विराजमान थे। बाबा श्याम की झांकी को देखने एवं पूजा-अर्चन करने को सड़क किनारे भक्तों की कतारें लगी हुई थीं। जहां-जहां से निशान यात्रा गुजरी वहां पर भक्तों ने पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया।
बाबा के भजनों पर नृत्य करते हुए रंग- बिरंगे परिधानों में भक्तजन नगर की परिक्रमा पर निकल पड़े। आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा कि निशान यात्रा में श्रद्धालुओं के हाथों में बाबा का निशान लहरा रहा था। श्याम भक्त अबीर -गुलाल खेलते हुए डीजे एवं बैंडबाजों पर बज रहे भजनों की धुन पर भक्तजन थिरकते एवं महिलाएं झूमते- नाचते हुए चल रही थीं। पूरा नगर निशान यात्रा पर्व पर पीले एवं केसरिया रंग में रंगा दिखा। सतरंगी निशान ध्वज यात्रा की धूम पूरे नगर में देखने को मिली निशान यात्रा सम्पूर्ण नगर मे भ्रमण कर दशहरा मैदान पहुंची जहा आतिशबाजी कर श्याम प्रेमियों ने बाबा श्याम के जयकारे लगाये.