: सुख-समृद्धि की कामना को लेकर कलेक्टर ने की नगर पूजा, देवी को लगाया मदिरा का भोग
Ujjain: सुख-समृद्धि की कामना को लेकर कलेक्टर ने की नगर पूजा, देवी को लगाया मदिरा का भोग,
दिनभर पूजन का दौर चलने के बाद रात करीब 8 बजे गढ़कालिका होकर अंकपात मार्ग स्थित हांडी फोड़ भैरव मंदिर पर नगर पूजा का समापन होगा। पौराणिक मान्यता है कि शारदीय नवरात्र की महाअष्टमी पर नगर पूजा की परंपरा सम्राट विक्रमादित्य द्वारा अपने राज्य व नगर में खुशहाली व सुख समृद्धि के लिए महाअष्टमी पर नगर पूजा की शुरूआत की थी। जिसका निर्वहन आज भी किया जा रहा है।
मेरा सौभाग्य की मुझे इस पूजा का अवसर मिला – कलेक्टर
नगर पूजा के दौरान कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम माता की भक्ति में लीन दिखाई दिए। इस दौरान उन्होंने परंपरागत रूप से माता का पूजन अर्चन कर उन्हे मदिरा का भोग लगाया और पुजारी द्वारा उड़ाई गई चुनरी को भी ओड़े रखा। पूजन अर्चन के बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने मीडिया से कहा कि यह सांस्कृतिक परंपरा आदिकाल से चली आ रही है, मेरा सौभाग्य है कि कलेक्टर होने के नाते मुझे इसका अवसर मिला मेरी एक ही कामना है कि शहर जिले में समृद्धि हो। बाबा महाकाल और माता हरसिद्धि का आशीर्वाद सब पर बना रहे। भारत के चक्रवर्ती सम्राट राजा विक्रमादित्य ने जनकल्याण के लिए इस पूजा की शुरुआत की थी। यह हमारी परंपरा है जिसमें नगर पूजा के दौरान माता को मदिरा का भोग लगाया जाता है, जिसका निर्वहन किया जा रहा है। परंपराओं का निर्वहन करने वाली ऐसी यात्राएं मन को अच्छी लगती हैं यह यात्रा इसलिए भी काफी अच्छी है क्योंकि इसमें ग्राम के कोटवार से लेकर कलेक्टर तक शामिल होते हैं।