
नईदिल्ली(ऊषा माहना/माधव एक्सप्रेस)
कहते हैं बेटियां भाग्य से मिलती हैं। आज के युग में बेटियों को आगे बढ़ाना ही सबसे बड़ी सेवा होती है। ऐसी ही एक बेमिसाल बेटी से आपको मिलाने जा रहे है जिसके बारे मे जितना कहा जाए उतना कम है। सृष्टि गुलाटी विश्व रिकॉर्ड होल्डर होने के साथ ही छोटी समाज सेविका के रूप में भी प्रसिद्ध है। फरीदाबाद के डी.सी.मॉडल.सीनियर.सेकेंडरी. स्कूल कक्षा 2 की छात्रा सृष्टि गुलाटी ने अपने विद्यालय के साथ साथ माता पिता का भी नाम रोशन किया। नन्ही सृष्टि गुलाटी को राखी के शुभ अवसर पर देश की प्रथम नागरिक माननीय राष्ट्रपति से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। राष्ट्रपति कार्यालय से सृष्टि को उनके परिवार के साथ राखी के शुभ अवसर पर राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से मिलने का निमंत्रण प्राप्त हुआ। सृष्टि के पिता प्रवीन गुलाटी ने बताया की उनके पूरे कुनबे, परिवार में आज तक कोई भी राष्ट्रपति से नही मिला। बेटी के साथ राष्ट्रपति से मिलना गौरव का पल है। हम सभी का मान बड़ा है। उन्होंने बताया की सृष्टी एक होनहार बालिका है। सृष्टि ने डांस, ड्राइंग, फैशन शो, रैंप वॉक, गायत्री मंत्र बोलने, बेबी शो के अलावा कई तरह की प्रतियोगिताओ मे हिस्सा लेकर सात साल की उम्र में ही 750 से अधिक सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुकी है। उन्होंने अभी तक 100 अवार्ड, 40 ट्राफी ओर 25 पदक भी जीते हैं। विद्यालय की प्रधानाचार्य ज्योति गुप्ता ने कहा की सृष्टी ने वो मुकाम हासिल किया जो कम ही लोग करते हैं। विद्यालय के लिए यह बड़े ही सम्मान की बात है। जवाहर कॉलोनी निवासी सृष्टि गुलाटी के पिता ने बताया की एक साल से हम माननीय राष्ट्रपति से मिलने के मेहनत कर रहे थे। कई सारे पत्र लिखे, ईमेल करे। तब जाकर उनसे मिलने का मौका मिला। सृष्टि *मिट्टी की खुशबू राष्ट्र मुहिम* एनजीओ की ब्रांड एंबेसडर है। इनके साथ मिलकर पर्यावरण के लिए कार्य करना और कुम्हारों को रोजगार उपलब्ध कराना प्रमुख कार्य है। सृष्टी की माता प्रिया ने बताया की राष्ट्रपति से मिलना हर नागरिक का सपना होता है। आज अपनी बेटी के सहारे यह सपना पूरा हुआ यह एक अध्भुत पल है। सृष्टी के साथ उनके माता पिता और 2 महीने का छोटा सा भाई भी था। सृष्टि के साथ उसके भाई का भी एक रिकॉर्ड बना। राष्ट्रपति भवन में एक राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बना। यह सबसे बड़े गर्व ओर हर्ष की बात है की राष्ट्रपति भवन में जाकर भारत का 2 महीने का सबसे कम उम्र का छोटा बेटा बना जो राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से मिला।