अशोकनगर।,(पुष्करराज श्रीवास्तव)
भारतीय जनता पार्टी द्वारा “श्रीमान बंटा धार की उपाधि से नवाजे गये पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह अपनी सक्रियता निरंतर उन विधान सभा क्षेत्रों मे बनाये हुये है जहाँ भाजपा विधायक है. इसी क्रम में उनके अशोकनगर जिल के दौरे ने राजनैतिक सरगर्मी बढ़ा दी है, वर्तमान मे अशोकनगर जिले की तीन विधानसभा क्षेत्रो मे से दो पर भाजपा विधायक तथा तीसरी चन्देरी- ईसागढ़ विधान सभा क्षेत्र पर कांग्रेस के गोपाल सिंह चौहान “डग्गी राजा का कब्जा है,
फिलहाल दो विधानसभा क्षेत्रो मुगावली एवं चंदेरी-ईसागढ़ में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी से आगे दिखाई दे रही है. भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस से भाजपा में आये ज्योतिरादित्य सिंधिया और भाजपा के प्रति निष्ठावान कार्यकर्ताओं गुट में विभाजित है, सिंघिया के भारतीय जनता पार्टी के दामन थामने के बाद अपनी उपेक्षा से छुब्ध भाजपाई सिर्फ देखने दिखाने को सक्रिय है और शीर्ष नेतृत्व को सबक सिखाना चाहते हैं.
भाजित के निव पत्थर माने जाने वाले भाजपा की नींव के वाले पूर्व विधायक स्वर्गीय राव देशराज सिंह यादव के ज्येष्ठ पुत्र यादवेंद्र सिंह के कारण पार्टी मे अपनी उपेक्षा से दुखी होकर अपने विशाल लाव लश्कर के साथ भोपाल मे कमलनाथ, दिग्विजय सिंह की उपस्थिति मे कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर चुके है इस घटनाक्रम ने भाजपा क्षैत्र मे हाशिये पर ला दिया है, स्वर्गीय देशराज सिंह जी के परिवार की आम जनता मे अच्छी पकड़ है उनके परिवार के तीन सदस्य जिला पंचायत के सदस्य है तथा उनकी पत्नि श्री मति बाई साहब यादव जिला पंचायत अशोकनगर की अध्यक्षा रह चुकी है तथा वर्त्तमान मे जिला पंचायत की सदस्य है.
जिले में भाजपा के पास जमीनी पकड वाले स्थानीय नेतृत्व का अभाव है और उसे केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का आसरा है. वही कांग्रेस के पास चंदेरी-ईसागढ विधायक गोपाल सिंह चौहान” डग्गी राजा” के रूप मे दमदार नेता है जो अपनी विधान सभा क्षेत्र मे तो निरंतर सक्रिय है वही मुगावली एवं अशोकनगर विधान सभा क्षेत्र मे भी कांग्रेस की खोई जमीन को वापस पाने के लिये दिन रात एक कर रहे हैं
डग्गी राजा को उनके घर में ही घेरने के लिये भाजपा ने चंदेरी के राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की पृष्ठभूमि वाले स्वच्छ छवि और कुशल संगठक आलोक तिवारी को भाजपा का जिलाध्यक्ष बनाया है उनके अध्यक्ष बनने से क्षेत्र में जबरदस्त ध्रुवीकरण हुआ है और सकल बाहमण समाज भाजपा के पक्ष में लामबंद हो गया है श्री आलोक तिवारी भी अपने साथियो सहित शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रो मे काफी सक्रिय है,
मुंगावली विधान सभा क्षेत्र:- वर्तमान में यहाँ से सिंथिया निष्ठ भाजपाई
राव बृजेन्द्र सिंह यादव विधायक है और | वह म.प्र. शासन में मंत्री भी है उनका भाजपा प्रत्याशी बनाया जाना तय है तो वही कांग्रेस से राव यादवेन्द्र सिंह यादव का प्रत्याशी बनना भी सुनिश्चित है. क्षेत्रिय मतदाताओं की नब्ज की समझ रखने वाले राजनैतिक विश्लेषको के मतानुसार फिलहाल यहाँ कांग्रेस का पलड़ा भारी है और यह सीट कांग्रेस आसानी से जीत सकती हैं।
चन्देरी-ईसागढ़ विधान सभा क्षेत्र :- वर्तमान मे यहाँ तो गोपाल
“सिंह चौहान’ डग्गी राजा” विधायक है वह इस क्षेत्र से लगातार दूसरी बार कांग्रेस से विधायक है इसके पूर्व वह कांग्रेस से मुंगावली विधानसभा क्षेत्र से भी विधायक रह चुके है, उनकी अपनी विधान सभा क्षैत्र मे जमीनी पकड़ बरकरार है जिसको वह जिला पंचायत सदस्य के चुनाव मे मुंगावली विधान सभा क्षेत्र से कांग्रेस के हारे प्रत्याशी कन्हईराम लोधी की पत्नि को चंदेरी ग्रामीण क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्या का चुनाव जितवा कर तथा चंदेरी नगर पालिको परिषद में बहुमत का आंकड़ा भारतीय जनता पार्टी के पास होने के बावजूद – अपने चहेते काग्रेस के दशरथ कोली को अध्यक्ष बनाकर सिद्ध भी कर चुके है इस विधान सभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशीयो की लंबी फेहरिस्त है जिसमे प्रमुख रूपसे आलोक तिवारी, राव राजकुमार सिंह, यादव, भूपेन्द्र द्विवेदी, पूर्व भाजूण जिलाध्यक्ष उमेश रघुवंशी, अखिलेश लोधी अशोक गुप्ता प्रमुख दावेदार है.
अशोकनगर विधानसभा क्षेत्र :- वर्तमान मे कांग्रेस से भाजपा मे सिंधिया के साथ आये जजपाल सिंह ज्जी विधायक है उनकी सभी वर्गो मे व्यापक लोकप्रियता है सरल स्वभाव और सकारात्मक राजनैतिक शैली के कारण विरोधी दल में भी उनके शुभ चिंतकों की संख्या ज्यादा है उनके विरुद्ध जाति प्रमाण पत्र का मामला न्यायालय मे विचाराधीन है जिसका काग्रेस सहित सभी को इंतजार है इसलिये कांग्रेस ने अभी अपने पत्ते नहीं खोले है यदि सब कुछ ठीक ठाक रहा और भाजपा से ज्जी पुन: उम्मीदवार होते है तो उनको हराना काग्रेस के लिये काफी मुशकिल होगा.
अशोक नगर जिला पूर्व ग्वालियर
रियासत का हिस्सा रहा है। यहाँ के मतदाताओं पर सिंधिया राजघराने का
प्रभाव रहा है लेकिन लोक सभा चुनाव मे ज्योतिरादित्य सिंधिया की
भाजपा के डॉ. के वी यादव के हाथो करारी हार ने यह
मिथक भी तोड़ दिया है. फिलहाल ज्योतिरादित्य सिंधिया की इस
अंचल मे जो स्थिति है उस पर कालजयी कवि दुष्यंत जी की निम्नांकित
पकियाँ याद आती है:–
‘तुम्हारे पाँव के नीचे कोई जमीन नहीं,
कमाल यह है कि तुमको यकी नही..
(