इंदौर – सड़कों पर ट्रैफिक के कारण होने वाला वायु प्रदूषण सेहत के लिए गंभीर खतरा है। लगातार इसके संपर्क में रहने से यातायात पुलिसकर्मियों के लिए जोखिम बढ़ जाता है। इसे देखते हुए ‘स्वास्थ्य पर पड़ने वाले वायु प्रदूषण के दुष्प्रभाव’ पर ट्रैफिक पुलिस के लिए चार दिवसीय दिनांक ४ से ७ मई का जागरूकता और प्रशिक्षण कार्यक्रम किया गया है। कार्यक्रम का आयोजन रीगल चौराहे के पास स्थित पुलिस कार्यालय के कांफ्रेंस हॉल में किया गया ।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में पुलिस विभाग के चारो क्षेत्रो से पुरुष एवं महिला पुलिसकर्मियों को आमंत्रित कर वायु प्रदुषण, उसके विभिन्न प्रकारो (अंदरूनी एवं बाह्य वायु प्रदुषण के कारको ,वायु गुणवत्ता सूचकांक ) आदि एवं उससे स्वस्थ्य पर पड़ने वाले विभिन्न प्रकार के दुष्प्रभावों के बारे में विस्तार से अवगत करवाया गया , प्रशिक्षण के दूसरे चरण में वायु प्रदुषण के स्वस्थ्य पर पड़ने वाले अल्पकालिक एवं दीर्घकालिक प्रभावों ,सवेदनशील जनसँख्या जिनमे स्वयं यातायात पुलिस कर्मी भी शामिल है के बारें में समझाईश दी गई ,प्रशिक्षण के दौरान स्वयं का परिक्षण करने की तकनीक पर भी चर्चा की गई , शारीरिक क्षमता को बनाये रखने के लिए ,योग ,प्राणायाम एवं पैदल चलने के महत्व पर भी चर्चा की गई ,इसके साथ ही साथ स्वयं के बचाव के लिए मास्क का उपयोग ,प्रदुषण फ़ैलाने वाले वाहनों पर कठोर कार्यवाही ,पी यु सी को अनिवार्य करने पर चर्चा की गई
प्रशिक्षण के दौरान उच्च प्रदूषण वाले क्षेत्रो में पुलिस कर्मियों की ड्यूटी की पारी को बदलने पर भी चर्चा की गई इसके साथ ही
पुरुषों और महिलाओं पर वायु प्रदूषण के अलग-अलग प्रभावों पर जागरूकता बढ़ाने के बारे में भी अवगत करवाया गया । जिसमे बताया गया की “गर्भवति महिलाएं और उनके अजन्मे शिशु वाहनों के धुएं के प्रतिकूल प्रभावों को लेकर बेहद संवेदनशील होते हैं। यह दुष्प्रभाव तब और तेज हो जाता है जब महिला ट्रैफिक पुलिसकर्मी अपने घर के अंदर भी वायु प्रदूषण के संपर्क में आ जाती हैं।”
चार दिवसीय यातायात पुलिसकर्मियों के इस कार्यक्रम में पुलिस उपायुक्त (यातायात) मनीष कुमार अग्रवाल ने कहा, “वायु प्रदूषण का हमारे यातायात पुलिस अधिकारियों के स्वास्थ्य के साथ-साथ हम जिन लोगों की सेवा करते हैं, उनके स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पड़ता है। यह जरूरी है कि हम स्वच्छ हवा में सांस लें। प्रदूषण-मुक्त वातावरण से न केवल हमारे स्वास्थ्य को लाभ होगा बल्कि कार्य क्षमता भी बढ़ेगी, जिससे ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम मजबूत होगा।
नगर पालिका निगम इंदौर के अधीक्षण यंत्री श्री महेश शर्मा जी ने बतया की जिला सत्तर पर यातायात नियंत्रण के लिए समिति का गठन कलेक्टर महोदय की अध्यक्षता में किया गया है जिसमे विभिन्न विभागाध्यक्ष सम्मिलित है एवं इस समिति की बैठक प्रत्येक पखवाड़े में आयोजत की जानी है
क्लीन एयर कैटेलिस्ट की और से प्रशिक्षक डॉ सलिल भार्गव ,मेघा नामदेव ,सौरभ पोरवाल ,अज़रा खान,डॉ निवेदिता बर्मन ने प्रशिक्षण के विभिन्न विषयों पर पुलिस कर्मियों को प्रशिक्षित किया
प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंत में यातायात पुलिस कर्मियों को सी पी आर पर भी प्रशिक्षण का डॉक्टर अरोरा द्वारा दिया गया। चार दिवसीय प्रशिक्षण में विभाग से लगभग १६० अधिकारी कर्मचारियों को वायु प्रदुषण और उससे पड़ने वाले स्वास्थ्य पर प्रभाव पर प्रशिक्षित किया गया , मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में इस तरह की होने वाला यह पहला प्रशिक्षण कार्यक्रम है” ट्रेनिंग के दौरान विशेष अतिथियों के रूप में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजेश हिंगणकर और एसीपी अरविंद तिवारी मौजूद थे।