निप्र मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी राजनैतिक दलों द्वारा सक्रीय हो गईं हैं ऐसे में चुनाव से पहले राज्यों में पार्टी के नेताओं और अन्य राज्यों के मुद्दों का तूल पकड़ना चाहे वो धार्मिक हो या पार्टी विरोधी आम बात है, चुनाव की हलचल लिए कांग्रेस व बीजेपी के नेता आपस में शब्दों के तीरों से बयान बाजी कर रहे है तो कही अन्य राज्यों में चुनाव के लिए मुद्दों की सीढ़ी से वोट बैंक साधने की कवायद कार्य कर रही है, विरोध और प्रदर्शन की राजनीति में कुछ ऐसी ही घटना कर्नाटक राज्य में हुई जहां चुनावी दौड़ में कांग्रेस पार्टी के विधानसभा चुनाव के चुनावी मेनिफेस्टो में बजरंग दल बैन की घोषणा कर दी जिससे कर्नाटक सहित अन्य राज्यों में विवाद हो गया प्रदेश के जबलपुर स्थित कांग्रेस कार्यालय पर भी बजरंग दल कार्यकर्ताओं ने तोड़ फोड़ कर विरोध प्रदर्शन किया ऐसे में सवाल यह उठता है कि कांग्रेस किसान मुद्दों और भारत जोड़ों की नीति पर कैसे आगामी विधान सभा चुनाव लड़ेंगी कही अन्य राज्यों के विरोधाभास प्रदेश की सत्ता के करीब कांग्रेस की रणनीति को बीजेपी के बहना योजना और धार्मिक एंथम की नीति वोट बैंक पलटकर हार में न बदल दे।