चंदेरी(माधव एक्सप्रेस)
रुपहेली पर्दे पर सन्, 1940, सेअपना अस्तित्व बनाने में सफल रही चन्देरी भले आज प्रगति के पथ पर पिछड़ती रही हो , और आज भी इस नगरी को हक़ीर नज़रों से देखा जाता रहा हो , चाहे फिर वह राजनीति का शिकार रही हो या फिर अधिकारियों की नज़र में इसकी कोई अहमियत न रही हो ।
कोई तो है जो इसे ना सिर्फ़ प्रदेश में ही वरन् भारत वर्ष के कोने कोने तक इस पिछडी नगरी का प्रचार प्रसार करने में कोई कसर नहीं छोड़ती ! वो है हमारी बॉलीबुड फ़िल्म इंडस्ट्री ।
शेज़ारी, ह्यूमान्यु, चंबल के डाकू , लहू पुकारेगा , प्रथा, जैसी फ़िल्मो में अपनी हाज़री दर्ज कराने के बाद इस पर विराम ज़रूर लगा मगर चन्देरी फिर एक बार तब सुर्ख़ियों में आई जब दक्षिण भारत के प्रसिद्ध फ़िल्म डायरेक्टर मनोज पिल्लई जी ने इंटेल के प्रोसेसर के एड के लिए चन्देरी को चुना और DEF, के आग्रह पर चन्देरी में एड के लिए शूटिंग को तैयार हुए।
किरण खोजे ज़ैदी फ़िल्मी अदाकारा को इस एड में शामिल किया गया ।
बस फिर क्या था टॉलीबुड से बॉलीबुड तक की नज़रें इस भूली बिसरी नगरी पर आ जमी , और स्त्री फ़िल्म के डायरेक्टर श्री अमर कोशिक , सुई धागा , कलंक, रंगबाज़-२, जनहित में जारी, अजमेर -92, जैसी फ़िल्में शूट होने लगी ।और फ़िल्मी सितारे चन्देरी की गलियों में यहाँ वहाँ घूमते नज़र आने लगे ! जिनमे प्रसिद्ध फ़िल्मी अदाकार , आमिर ख़ान , करीना कपूर , राज कुमार राव, वरुण धवन , श्रद्धा कपूर, अनुष्का शर्मा , आलिया भट्ट, सोनाक्षी सिन्हा, विजय राज़, पंकज त्रिपाठी , सुशील शर्मा , रघुवीर यादव, सया जी शिंदे, नुसरत भारुचा, अनुध सिंह, ज़रीना वहाब, ज़रीन ख़ान राजेश शर्मा,अतुल श्रीवास्तव, मुश्ताक़ ख़ान ,अपार शक्ति खुराना ,हितेश मुलानी ,शिरीष शर्मा ,स्वाति अरोरा,आलिशा,अभिषेक, रक़ीब अंसारी,और टीनू आनंद जी को चन्देरी की खूब पसंद आई।
वेब सीरिज़ वाले भी फिर कहाँ पीछे रहते ,
वो भी चन्देरी आने के लिए आतुर हो गए ।
और कई वेब सीरिजों में भी चन्देरी महल ,मंदिर, दरवाज़े, पुराने मकान , बाज़ार, बावड़ियाँ , क़िला , पहाड़ियाँ, हवेलियाँ, और चन्देरी की पत्थरों से बनी गलियाँ अपना जलवा बिखेरने लगी ।
वेब सीरिज़ की अक्कड़ बक्कड़ रफ़ू चक्कर और प्रसिद्ध सीरियल गुड़िया हमारी सब पे भारी, ने एंड टीवी पर खूब जलवा बिखेरा ।
जबकि चन्देरी को लोगों के मस्तिष्क पटल पर छाप बनाने का श्रेय स्त्री फ़िल्म के डायरेक्टर श्री अमर कोशिक जी को जाता है जिन्होंने अपनी फ़िल्म में चन्देरी नाम का ज़िक्र करके फ़िल्म पर्यटन को बढ़ावा दिया , जिससे लाखों पर्यटक चन्देरी में न सिर्फ़ हेरिटेज को ही देखने आये बल्कि उन स्थलों को भी खूब विजित किया जहां स्त्री फ़िल्म और दूसरी फ़िल्मों की शूटिंग हुई थी ।
फिर क्या था ! आजकी जेनरेशन भी इस से पीछे नहीं रही 2017-से आज तक सैकड़ों नये कपल्स ने अपनी शादी से पहले प्रीवेडिंग शूट में भी चन्देरी को खूब केप्चर किया ।आज भी चन्देरी में भले ही हर रोज़ शूटिंग न हो पर मोनुमेंट्स पर प्रीवेडिंग शूट होते ज़रूर मिल जाएगा ।
फ़िल्मिस्तान की नज़र में चन्देरी के आ जाने से न सिर्फ़ स्थानीय कला कारों को ही अपने जलबे बिखेरेने का मौक़ा मिला वरन्
होटेल्स, टैक्सी, दुकानदारों, रेस्तराँ,और विशेष तौर पर चन्देरी में निर्मित वस्त्रों की भी खूब बिक्री हुईऔर यहाँ का हथकरघा भी खूब प्रसिद्ध हुआ । आज चन्देरी में जहां होटलों का कारोबार बढ़ा वहीं हाथ करकघा के चार हज़ार करघों से बढ़ कर पाँच हज़ार से ऊपर पहुँचे ।
आज हम सब की नगरी चन्देरी कारोबारी सिलसिले में खुशहाल है । हम शुक्रगुज़ार है उक्त फ़िल्मो के डायटेक्टरों के जिन्होंने चन्देरी को इस हेतु चुना।
आज फिर चन्देरी सुर्ख़ियों में है , जहाँ स्त्री -२, की फ़िल्म की तैयारियां ज़ोरो पर है तो वेब सीरिज़ हज्जाम की शूटिंग भी जल्द ही शुरू होने जा रही है।
आलेख :- मुज़फ़्फ़र अंसारी , (कल्ले भाई)टूरिस्ट फ़ेसिलिटेटरभारतीय पर्यटन , एवं मध्यप्रदेश टूरिज़्म गाइड ।