नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव 2024 के पहले बीजेपी ने अल्पसंख्यकों को साधने के लिए एक और पहल की है। बीजेपी का अल्पसंख्यक मोर्चा पीएम मोदी के काम का प्रचार अल्पसंख्यकों तक पहुंचाने की कोशिश करेगा। इसकी शुरूआत यूपी से की जाएगी। इस रणनीति के तहत गुरुवार को बीजेपी मुख्यालय में बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे की ओर सूफी संवाद महाअभियान का आयोजन किया गया। इसमें मुस्लिम क्रिश्चियन और सिख समुदाय के लोगों ने हिस्सा लिया। बीजेपी सूफी संवाद महाअभियान कार्यक्रम में शामिल हुए बीजेपी प्रवक्ता यासिर जिलानी ने कहा कि हमारे पीएम ने जो भी काम किए हैं उसका प्रचार प्रसार हम लोग अंतिम व्यक्ति तक करने जा रहे हैं। यासिर जिलानी ने कहा कि सेंटर गोष्ठियां धार्मिक नेताओं के साथ बीजेपी का एक कार्यकर्ता मुस्लिम बहुल इलाकों के मोहल्लों में और हर एक बूथ तक जाएगा। बीजेपी प्रवक्ता यासिर जिलानी कहा कि पीएम ने पसमांदा मुसलमानों पढ़े-लिखे और बुद्धिजीवी सूफी संतों के साथ अन्य समूहों के हित की बात कही है। इस बात को ध्यान में रखते हुए अल्पसंख्यक मोर्चा के पास ये काम आया है। सूफी संवाद महाअभियान के तहत पूरे भारत में सूफी संवाद बैठक का आयोजन अल्पसंख्यक मोर्चा आने वाले समय में करने जा रहा है। बुधवार को राष्ट्रीय कार्यालय से इसकी शुरूआत हुई है। राज्यों के संयोजक और सहसंयोजक को यहां बुलाया गया है। इसकी पूरी रूपरेखा तैयार की जा रही है। सूफी संवाद के दौरान अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पुंदेश्वरी देवी और मिनिस्ट्री ऑफ माइनॉरिटी के स्टेट मिनिस्टर जॉन बराला ने सभी लोगों से अपने अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा कि आज के कार्यक्रम में केरल से कश्मीर तक के प्रतिनिधि शामिल हुए हैं। हम उनसे कहना चाहते हैं कि अपने राज्यों में ऐसी बैठक करें और मुसलमानों को कनेक्ट करें। अब तक इन लोगों को विपक्ष के लोगों ने भ्रमित किया। वोट बैंक की तरह इस्तेमाल किया। साल 2014 के बाद नरेंद्र मोदी की सरकार ने सबका साथ विकास और सबका भरोसा की बात की है। अगर उज्जवला योजना के तहत सलीम को सिलेंडर मिला जो जॉन को मिला इकबाल सिंह को मिला बिना भेद भाव के बीजेपी काम करती है। वहीं यासिर ने कहा कि अभी हमने हर राज्य से जो सूफी का काम देखेंगे उन्हीं को बुलाया है जिन्हें प्रभारी सह प्रभारी बनाया है। बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि सबसे पहले इसकी शुरूआत यूपी में होगी। उसके बाद ये कार्यक्रम पंजाब केरल एमपी बिहार और पश्चिम बंगाल में करेंगे। हम लोग 3 से 4 दिन एक छोटी बैठक करेंगे। उसी में तय होगा कि आगे के कार्यक्रम को किस तरह से करना है।यासिर जिलानी ने कहा कि पीएम ने कहा है कि हमें वोट की लालच नहीं है। हम अल्पसंख्यक वर्ग को मेनस्ट्रीम में लाना चाहते हैं। यही वजह है कि हम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अपने देश को सर्वेश्रेष्ठ देखना चाहते हैं।