लाडली लक्ष्मी के पास अब प्रमाण पत्र हाथ में
भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार ने 2007 से लेकर 2014 के बीच लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत बेटियों के नाम पर डाकघर में एनएससी बनवाई थी। योजना के अनुसार बच्चियों के बालिग होने पर यह एनएससी उन्हें दी जानी थी। बाद में सरकार ने योजना को बदल दिया।
एनएससी के स्थान पर प्रमाण पत्र जारी करना शुरू कर दिए थे। हितग्राहियों के पास जो एनएससी थी उन्हें वापस बुलवा लिया गया था।
राज्य सरकार पहले ही 46 लाख 71 हजार 305 राष्ट्रीय बचत पत्र को डाकघरों से नकदीकरण करा चुकी है। मध्य प्रदेश सरकार के खजाने को 4476 करोड़ रुपए लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत, जो एनएससी के रूप में जमा थे। वह सरकार ने वापस खजाने में ले लिए हैं। शेष बची हुई एनएससी को डाकघर से निरस्त कराकर नगदी में कन्वर्ट किया जा रहा है।
महिला बाल विकास के पास अब लाड़ली लक्ष्मी योजना के तहत एनएससी के रूप में जो राशि जमा की थी। डाकघर में जमा राशि अब लाड़ली लक्ष्मी योजना की जीरो हो गई है।
महिला बाल विकास विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी ने इस संबंध में एक बैठक भी ली है। जिसमें जो एनएससी डाकघरों में लंबित हैं। उसके बारे में पूरी जानकारी एकत्रित करने के लिए अधिकारियों को कहा गया है। जानकारी प्राप्त होने के बाद इनको भी कैश कराने की प्रक्रिया सरकार द्वारा की जाएगी।