छह बार भारत की परिक्रमा कर चुकी इस्कॉन की तीन लाख किलोमीटर की पदयात्रा महाशिवरात्रि पर उज्जैन पहुंची। इस्कॉन मंदिर में इस यात्रा का परंपरागत तरीके से स्वागत किया गया। पदयात्रा में आए 18 भक्तों ने महाकाल के दर्शन भी किए।
इस्कॉन मंदिर के पीआरओ राघव पंडित दास ने बताया कि इस्कॉन की इस सातवीं पदयात्रा परिक्रमा में लगभग 18 भक्तों का दल और छह बैलगाड़ी हैं। इसमें चैतन्य महाप्रभु नित्यानंद प्रभु विराजमान हैं। उन्हें लेकर गुजरात के द्वारका से बिंदु सरोवर, जयपुर, पुष्कर, बदरीनाथ, हरिद्वार, वृंदावन होते हुए यात्रा उज्जैन पहुंची है। यात्रा कुछ दिन यहां रुकेगी। इसके बाद यह यात्रा जबलपुर होते हुए प्रयागराज कुंभ मेले में जाएगी। इस यात्रा के प्रबंधक आचार्य दास ने बताया कि यात्रा के साथ-साथ हरि नाम संकीर्तन ग्रंथ वितरण और प्रसाद वितरण चल रहा है।
इस्कॉन मंदिर में हुआ यात्रा का स्वागत
इस्कॉन मंदिर में इस यात्रा का परंपरागत तरीके से स्वागत करते हुए पदयात्रियों का अभिनंदन किया गया। यात्रा के प्रबंधक आचार्य दास ने बताया इस्कॉन मंदिर में 18 और 19 फरवरी तक महाशिवरात्रि उत्सव मनाया जाएगा। अद्भुत संयोग है कि महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर यात्रा महाकाल की नगरी उज्जैन पहुंची।