भोपाल । मध्य प्रदेश के गरीब परिवारों को मुफ्त में जो अनाज बटता था। पिछले 5 माह से गेहूं का वितरण नहीं किया जा रहा है। उसके स्थान पर चावल दिया जा रहा है। वह भी किसी महीने मिलता है और किसी महीने नहीं मिलता है। इस तरह की शिकायतें निरंतर मिल रही हैं।
भोपाल सहित मध्य प्रदेश के 20 जिलों में गेहूं के स्थान पर पिछले 5 माह से चावल दिया जा रहा है। यह योजना भी केवल दिसंबर माह तक के लिए है।आगे इस योजना का लाभ मिलेगा या नहीं इसको लेकर अभी तक कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है।
20 जिले
भोपाल बैतूल छिंदवाड़ा जबलपुर कटनी नर्मदा पुरम नरसिंहपुर पन्ना रायसेन रीवा सतना सिवनी सीधी सिंगरौली में अब गेहूं की जगह चावल ही दिया जा रहा है। इनमें अधिकांश जिलों में गेहूं की मांग लगातार मांग की जा रही है। लेकिन केंद्र सरकार द्वारा आवंटन नहीं दिया गया। जिसके कारण लोग चावल लेने के लिए मजबूर हैं।
मुफ्त योजना बंद होगी या चालू रहेगी
केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना दिसंबर 2022 तक के लिए स्वीकृत की है। अभी तक इस योजना को आगे बढ़ाया जाएगा या नहीं।इसको लेकर संशय बना हुआ है। राज्य सरकार द्वारा गेहूं का आवंटन बढ़ाने की मांग कई बार केंद्र सरकार से की गई।लेकिन केंद्र ने गेहूं का आवंटन मध्यप्रदेश का नहीं बढ़ा रही है। मध्यप्रदेश में 1 करोड़ 21 लाख 47000 कार्ड धारी हैं।मध्य प्रदेश में 26299 राशन की दुकानें हैं। मध्य प्रदेश को केंद्र सरकार द्वारा 1।50 लाख तक गेहूं तथा 3।50 लाख टन चावल का आवंटन प्रतिमाह किया जा रहा है।