इन्दौर। आयातित मालों में आयी मंदी के मद्देनजर आलौच्य सप्ताह के दौरान खाद्य तेलों में बाजार मंदी के रहे। तिलहनों में बाजार सुस्ती पर रहे। दलहनों में लेवाली के चलते चना ऊँचाइयों पर रहा। मसूर में लटक रही। किराना जिंसों में नारियल घटाकर बोला गया।
किराना :- शनिवार को समाप्त हुए आलौच्य सप्ताह के दौरान स्थानीय सियागंज किराना जिंसों में कामकाज विशेष के अभाव में अधिकांश जिंसों में बाजार बने रहे। शक्कर में कामकाज की मात्रा कम ही रही। बिकवाली के चलते भावों में नरमी देखी गयी। शक्कर में बाजार 15-25 रू. प्रति किलो तक हल्के पड़े और शक्कर घटकर 3625-3660 रू. प्रति क्विंटल के बीच रही। खोपरे गोले में कामकाज की मात्रा सामान्य ही है। गोला बीते सप्ताह के दौरान 145-180 रू. प्रति किलो पर बना रहा। कालीमिर्च में दिसावरी मंदी के चलते बाजार 2-5 रू. प्रति किलो तक हल्के पड़े और कालीमिर्च में एटम क्वालिटी मालों में बाजार 540-542 रू. प्रति क्विंटल से घटकर 535-540 रू. प्रति क्विंटल पर आ गये। सूखे मेवों में ओवर ऑल मौसमी मॉंग बनी हुई है जिससे बादाम काजू सहित पिस्ता में बाजार मजबूती के देखे गये। इस दौरान बादाम मगज में बाजार 10-20 रू. प्रति किलो तक सुधर गये। वहीं नारियलों में लेवाली फीकी रहने से बाजार मंदी के देखे गये। नारियलों में सप्ताह के दौरान भाव 100-150 रू. प्रति थैले तक टूटे और नारियल 120 भरती मालों में 1550-1600 रू. प्रति थैले से टूटकर 1450-1500 रू. प्रति थैले पर आ गये।
तेल तिलहन :- आलौच्य सप्ताह के दौरान खाद्य तेलों में तिलहनों में बाजार नरमी के देखे गये। बाजार सूत्रों का मानना है कि आयातित मालों में बनी जोरदार मंदी के असर स्वरूप स्थानीय बाजारों में खाद्य तेलों की कीमतें नरमी बनायी हुई है। समीक्षा सप्ताह के दौरान सींगदाना तेल इन्दौर लाइन पर 1510-1530 से 1520-1530 रू. प्रति 10 किलो पर ही बना रहा। वहीं सोया व कपास्या तेलों में 40-50 रू. प्रति 10 किलो तक टूटे और सोया तेल साल्वेंट मालों में 1225-1230 रू. प्रति 10 किलो से टूटकर 1180-1182 रू. प्रति 10 किलो पर आ गये। कपास्या तेल भी सुस्ती पर रहा। तिलहनों में सोयाबीन में आवकें सुधरने के परिणाम स्वरूप भावों में सुस्ती रही।
दाल दलहन :- समीक्षा सप्ताह के दौरान दाल दलहनों में व्यापार की मात्रा कम ही रही। चना मिलगत कमजोर पड़ने व मिलों की सतत् मॉंग से बड़ाकर बोला जा रहा है। चने में अल्प समय में ही 200 रू. क्विंटल से ज्यादा की तेजी आ गयी और चना कांटेवाला 5200 रू. क्विंटल को छू गया। तुअर व मसूर में भी बाजार मजबूती के रहे। मूंग व उड़द में बाजार पूर्वस्तर पर बने रहे।