लोगों की जान के साथ हो रहा खिलवाड़ प्रशासन की अनदेखी पर नकली दवाइयां हो रही तैयार
उज्जैन /.ड्रग इंस्पेक्टर धर्म सिंह कुशवाह ने मक्सी रोड उद्योगपुरी में संचालित दानीश हेल्थ केयर प्रालि दवाई फैक्टरी पर दबिश दी. जिसमे टीम ने जांच में पाया कि उज्जैन में एंटीबायोटिक दवाइयां तैयार कर इंदौर की फर्म को सप्लाई की जाती थी, जहां से मध्य प्रदेश और झारखंड में दवाइयां भेजी जाती थी.
डॉक्टरों के द्वारा लिखी जाने वाली जीवन रक्षक एंटीबायोटिक दवाइयां भी अब सुरक्षित नहीं है. बीमारियों से मरीजों को जल्द राहत देने के लिए डॉक्टर एंटीबायोटिक दवाइयां मरीजों को देते तो है, लेकिन जब इन्हीं एंटीबायोटिक दवाइयों के सैंपल फेल हो जाए तो फिर हड़कंप मचना लाजमी है. झारखंड में दवाई की रिपोर्ट आने के बाद उज्जैन मे कार्रवाई की गई. ड्रग इंस्पेक्टर धर्म सिंह कुशवाह ने मक्सी रोड उद्योगपुरी में संचालित दवाई फैक्टरी पर दबिश दी. जिसमे टीम ने जांच में पाया कि उज्जैन में एंटीबायोटिक दवाइयां तैयार कर इंदौर की फर्म को सप्लाई की जाती थी, जहां से मध्य प्रदेश और झारखंड में दवाइयां भेजी जाती थी.
मक्सी रोड स्थित उद्योगपुरी मे दानीश हेल्थ केयर प्रालि नाम से दवाई फैक्टरी का संचालन कासिम अली द्वारा किया जा रहा है. इनके यहां फैक्टरी में सिप्रोफ्लोक्सासिन हाईड्रोक्लोराइजन-500 एमजी एंटीबायोटिक दवाइयों के साथ में ओआरएस और कैल्शियम तथा विटामिन की टेबलेट तैयार की जाती है. ड्रग इंस्पेक्टर धर्मसिंह कुशवाह ने बताया की मक्सी रोड दवाई फैक्टरी में एंटीबायोटिक के अलावा दर्द निवारक और ओआरएस तथा विटामिन की टेबलेट तैयार होती हैं. ड्रग विभाग की टीम ने फैक्टरी में कैल्शियम, विटामिन डी-3 और ओआरएस तथा पेरासिटामाल सहित पांच प्रकार की दवाइयों की जांच की तथा उनके सैंपल लिए हैं. जिन्हें जांच के लिए भेजा दिया गया है.
सपोर्टिंग ड्रग के लिया होता है इन दवाओ का उपयोग
दानीश हेल्थ केयर में तैयार होने वाली दवाई सिप्रोफ्लेक्सिन हाइड्रोक्लोराइड टेबलेट आईपी-500 एमजी सीपडेन-500 का उपयोग एंटीबायोटिक के रूप में होता है. चिकित्सकों का कहना है यह सपोर्टिंग ड्रग है. जिसे बैक्टीरियल इंफेक्शन, एंथ्रेक्स, सिपलिस, गोनोरिया, ब्रोंकाइटिस और गैस्ट्रोएंटेराइटिस और प्लेग आदि बीमारी के नियंत्रण में सपोर्टिंग ड्रग के रूप में इस दवाई का उपयोग किया जाता है.