नई दिल्ली। पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी आज अपना 95वां जन्मदिन मना रहे हैं। पीएम मोदी और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आडवाणी के घर जाकर उनको जन्मदिन की बधाई दी। लाल कृष्ण आडवाणी का जन्म कराची में 8 नवंबर 1927 को हुआ था। भाजपा को भारत की राजनीति में एक प्रमुख पार्टी बनाने में उनका योगदान सर्वोपरि है। वे कई बार भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे हैं।
आडवाणी ने 1941 में 14 साल की छोटी सी आयु में ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़कर अपने सियासी जीवन शुरु कर दिया था। इसके बाद उन्होंने पूरा जीवन आरएसएस और भाजपा की स्थापना में लगा दिया। अटल बिहारी वाजपेयी की अगुवाई में आडवाणी 2022 से 2004 तक देश के 7वें उप प्रधानमंत्री रहे। 2015 में उन्हें भारत के दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण से भी नवाजा गया।
लालकृष्ण आडवाणी ने वर्ष 1998 से 2004 तक पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपयी की सरकार में गृहमंत्री के पद पर सेवाएं दीं। वहीं साल 1992 में बाबरी मस्जिद विध्वंस के बाद जिन लोगों के नाम पर केस दर्ज हुआ था, उनमें लालकृष्ण आडवाणी भी शामिल थे। इसके बाद से भारतीय सियासत में उनका कद बढ़ता गया। 1990 में आडवाणी ने अयोध्या में राम मंदिर को लेकर अपनी पहली रथ यात्रा की शुरुआत की। इसमें उनके साथ मौजूदा प्रधानमंत्री और तत्कालीन भाजपा कार्यकर्ता नरेंद्र मोदी भी शामिल थे। बाद में इसे राम रथ यात्रा का नाम दिया गया।