बैकुंठ चतुर्दशी की मध्य रात्रि को हर (राजाधिराज बाबा महाकाल ) पहुंचेंगे हरि (भगवान विष्णु ) गोपाल मंदिर के द्वार
गोपाल जी द्वारा हर को तुलसी की माला और भगवान महाकाल द्वारा भगवान गोपाल को बेलपत्र की माला की जायगी भेंट
हर करेंगे हरि को श्रष्टि की सत्ता का हस्तानतरण
उज्जैन –: रविवार त्रयोदशी की मध्य रात्रि 11 बजे महाकाल मंदिर से राजाधीरज बाबा महाकाल पुरे लाव लश्कर के साथ गोपाल मंदिर पर जायंगे और भगवान श्री हरि से भेंट कर उन्हें श्रष्टि का भार सौपेंगे,
गौरतलब है की अषाढ़ मास की एकादशी से कार्तिक मास की एकादशी तक भगवान नारायण शयन करते है उनकी अनुपस्थित मे श्रष्टि का भार भगवान हर (शिव ) सम्हालते है,
कार्तिक एकादशी पर भगवान नारायण के पुनः योग निंद्रा से जागने पर भगवान हर याने शिव कार्तिक त्रायोदशी /चतुर्दशी की मध्य रात्रि को पुनः श्रष्टि के संचालन की जवाबदारी भगवान विष्णु को सौपेंगे,
सत्ता के इसी हस्तांतरण को हरि हर मिलन कहते है