इन्दौर । स्वच्छता सर्वेक्षण में छठी बार इन्दौर को देश का नम्बर-1 शहर बनने व देश की पहली सेवन स्टार सिटी का तमगा हासिल करने में नगर निगम के सफाई मित्रों के साथ कर्मचारियों को विशेष योगदान रहा है। गुरूवार को नगरीय प्रशासन मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव व पूर्व महापौर कैलाश विजयवर्गीय की गरिमामयी उपस्थिति में निगम द्वारा निगम कर्मचारियों के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में शिरकत की। इस मौके पर हजारों की संख्या में मौजूद नगर निगम दैनिक वेतन भोगी स्थायी/अस्थाई कर्मचारी (सफाई मित्रों सहित) अपनी दो दशक पुरानी नियमितीकरण की मांग पुरी होने की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन माननीय मंत्रीजी इस बार भी ‘आश्वासन’ की घुट्टी पिलाकर चले गये। हालांकि दीवाली के तोहफे के रूप में एक माह का वेतन एडवांस देने संबंधी ‘महापौर साहब’ की मॉंग पर विचार करने की बात भी कह गये। उन्होने आउट सोर्स प्रथा बन्द करने की बात भी कहीं, साथ ही कहा कि आउट सोर्स भर्ती न हो ऐसी योजना बना रहे है, ताकि नियमानुसार निगम में सीधे ‘स्थायीकर्मी’ के रूप में भर्ती की जा सके। साथ ही यह भी आश्वस्त कर गए कि प्रदेश के सभी नगर निगमों में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी व पर कार्यरत मस्टर श्रमिकों व स्थायीकर्मियों को शासन शीघ्र ही नियमित करने जा रहा है, हालांकि समयसीमा की कोई बात नहीं की।
मंत्रीजी बोले सेवन स्टार मिलने पर इन्दौर को 7 करोड़ रुपये स्वीकृति किए जा रहे है। इन्दौर निगम में अब 12 एल्डरमैन बनाए जायेंगे। कंपाउंडिंग की सीमा बढ़ाकर 30 प्रतिशत किया गया है। भवन अनुज्ञा की समय सीमा 30 के बजाए अब 15 दिन की गई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 1500 पब्लिक ट्रांसपोर्ट के वाहन और 217 ई चार्जिंग स्टेशन बनाए जाएंगे। इन्दौर के मास्टर प्लान के साथ देवास, पीथमपुर और धार के मास्टर प्लान भी तैयार करेंगे। जो अब तेजी से विस्तार ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब तक बिल्डिंग का निर्माण पूरा नहीं होगा फायर एनओसी नहीं दी जाएगी। भूमाफियाओं से प्रदेश में 21 हजार वर्ग फीट की मुक्त जमीन पर गरीबों के आवास बनाए जाएंगे।