उज्जैन कोटा झालावाड़* मार्ग है इस रोड पर विपक्ष के दो वर्तमान विधायक एवं सत्तारूढ़ दल के जिला अध्यक्ष दिन में दो बार प्रतिदिन निकलते हैं*लेकिन बावजूद इसके आगर रोड पर बने गड्ढे उनकी नजरों से कैसे ओझल हो रहें हैं यह जनता के लिए विचारणीय विषयबना हुआ है
*क्या ? मध्यप्रदेश में विपक्षी दलों की हालत इतनी कमजोर हो चुकी है की वे जनता के हितों के मुद्दों को भी सही समय पर शासन प्रशासन के ध्यान में लाने तक की स्थिति में नहीं है*
वहीं *सतारूढ़ दल के जनप्रतिनिधियों व संगठन के लोगों को शायद सत्ता के नशे में जमीन दिखाई नहीं दे रही है या जानबूझकर अपनी नजरें आसमान पर टिकाए बैठें है* ,जिन राजनीतिक दलों ने अपनी नजरें जमीन से हटाई उनका हश्र क्या हुआ है उसका स्मरण रखकर सत्तारुढ दलों को अपनी जमीन, जमीन पर बने रास्तों एवं जमीनी कार्यकर्ताओं एवं जनता की मुलभूत आवश्यकताओं पर अपनी नजरें जमाए रखना चाहिए तथा समय रहते अति- आवश्यक कार्यों को मूर्त रूप दे देना चाहिए ,समय रहते ही रास्तों पर बने गड्ढे की रिपेयरिंग करवाना चाहिए अन्यथा *गड्ढे के रास्ते बड़े हादसे का कारण बन सकते हैं*
आगर रोड पर बने गड्ढे किसी भी वक्त जन मानस की मौत का कारण बन सकते हैं
हो सकता है *किसी व्यक्ति की मौत, सरकार के लिए महज एक संख्यात्मक आंकड़ा हो लेकिन मरने वाला व्यक्ति उस परिवार के लिए किसी मां का बेटा, बहन का भाई , किसी की मांग का सिंदूर और बच्चों के लिए संपूर्ण संसार होता है* इसलिए शासन प्रशासन को चाहिए कि वह आगर रोड पर बने गड्ढों की समय रहते रिपेयरिंग करें जिससे आगर रोड पर भविष्य में घटित होने वाले किसी बड़े हादसे को टाला जा सके ।
डॉ बी एल प्रजापति
समाजसेवी
विक्रमादित्य नगर चक आगर रोड उज्जैन