भोपाल/छिंदवाड़ा।कमलनाथ के गढ़ कहे जाने वाले छिंदवाड़ा में भाजपा ने भारी सेंधमारी की है। छिंदवाड़ा जिले में कांग्रेस की चूले हिल गई है। नगर पालिका और नगर पंचायत के चुनाव में जो परिणाम सामने आए हैं। उससे स्पष्ट हो गया है कि भाजपा के टारगेट पर कमलनाथ आ चुके है।केंद्रीय नेतृत्व से लेकर प्रादेशिक नेतृत्व कमलनाथ के गढ़ को फतेह करने के लिए जुटा हुआ है। प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह, संगठन के पुरोधा विष्णु दत्त शर्मा के साथ प्रभारी मंत्री एवं किसान नेता कमल पटेल के सत्ता – संगठन की समन्वय रणनीति के तहत चुनावी चौसर को बिछाया गया और चुनावी रणनीति के तहत कमलनाथ के ऊपर कमल की विजयी पताका अब छिंदवाड़ा में फहरा रही है।*
*ताजातरीन नतीजों में नगर पालिका सौसर में कांग्रेस का एक भी पार्षद जीत नहीं पाया।छिंदवाड़ा जिले के 6 निकायों में 4 में भाजपा, तो वही 2 में कांग्रेस कमलनाथ को संतोष करना पड़ा है।वही तीन नगरपालिका परिषद में भाजपा और सिर्फ एक नगर पालिका परिषद में कांग्रेस जीत दर्ज कर पाई है।साथ ही दो नगर परिषद में 1-1 में भाजपा- कांग्रेस को संतोष करना पड़ा है। वही राजनैतिक पंडितों का कहना है कि छिंदवाड़ा जिले में जिला, नगर और गांवो के त्रिस्तरीय चुनावो में जनता ने जो चौकाने वाले परिणाम दिए हैं। वह भविष्य में कमलनाथ के लिए खतरे की घंटी है।छिंदवाड़ा जिले के उपचुनावो को देखें तो कमलनाथ जिस प्रकार पिछले चुनाव जीतते आए थे। उप चुनावों में उन्हें कम मतों से जीत हासिल हुई है। चाहे उनका विधानसभा का उपचुनाव हो या लोकसभा का उपचुनाव। आने वाले भविष्य में लगता है कि छिंदवाड़ा जिले के चुनाव परिणाम चौकाने वाले हो सकते हैं।*