उज्जैन से आगर रोड के स्वीकृत टू लेन रोड को सांसद श्री अनिल फिरोजिया की जिद ने फोर लेन में परिवर्तित करवा लिया लेकिन इंदौर से उज्जैन, देवास से भोपाल और देवास से उज्जैन की ओर बने फोरलेन के मार्गों की तुलना में उज्जैन से आगर तक बनने वाले फोरलेन की स्थिति को देखकर ऐसा नहीं लग रहा है कि उज्जैन से आगर तक बनने वाला रोड वास्तव में फोर-लेन मार्ग है
क्योंकि देवास से भोपाल का मार्ग हो या उज्जैन से इंदौर का मार्ग हो अथवा देवास से उज्जैन तक बने नवीन फोर-लेन मार्ग की बात करें तो इन सभी फोर-लेन मार्गो के बीच में वन श्रंखला को पुर्नर्स्थापित करने के लिए पर्याप्त जगह छुट्टी हुई है साथ ही दोनों सड़कों के किनारे पर भी पर्याप्त मात्रा में जगह छुट्टी हुई है
दोनों सड़कों के बीच में वृक्षों का होना फोरलेन मार्ग पर चलने वाले वाहनों को आमने-सामने से गिरने वाली हेड लाइट के प्रकाश से बचाव वाहन चालकों को पूर्ण सुगमता प्रदान करता है
उज्जैन से आगर तक बन रहे नवीन रोड में दोनों रोड के बीच वृक्षों को लगाने की जगह ही नहीं है ,साथ ही नवीन रोड के साइड में पर्याप्त जगह की भी कमी है ऐसे में इस रोड को टू लेन कहा जाए या फोरलेन यह जनता के बीच में चर्चा का विषय बना हुआ है
यदि इस प्रकार का मार्ग बना तो आने वाले समय में गति की अधिकता होने से आमने-सामने के वाहन चालकों को एक दूसरे की लाइट से वाहन चलाने में बड़ी कठिनाई होगी और ऐसे में दुर्घटना की संभावना बढ़ जाएगी ।
मेरा मीडिया जगत के महानुभावों से विनम्र आग्रह है कि उक्त नवीन रोड पर भविष्य में होने वाली असुविधाओं के प्रति जिम्मेदारो को आगाह कर उचित सुधार के लिए समय रहते कदम उठाने को प्रेरित करें ।
मेडिकल कॉलेज सुरक्षा से महानगर उज्जैन तक सर्विस रोड बनाना अति आवश्यक है।
यदि सर्विस रोड नहीं बना तो जिस प्रकार से तेजाजी मंदिर से पांच नंबर नाके तक बने फोरलेन मार्ग को अतिक्रमण करके टू लेन रोड से भी बेकार स्थिति में बना दिया है ठीक उसी तरह उज्जैन से आगर तक बनने वाले इस नवीन रोड में मेडिकल कॉलेज सुरासा से महानगर तक बनने वाली सड़क में सर्विस रोड नहीं दिया जाता है तो आने वाले वर्षों में यह रोड पूरी तरह अतिक्रमणकारियों द्वारा अवरूद्ध कर दिया जाएगा**
इंदौर रोड पर बने सर्विस रोड से जिस प्रकार फोर लेन मार्ग सुरक्षित है ठीक उसी तरह से मेडिकल कॉलेज सुरासा से शहर तक बनने वाले फोर लेन की साइड में सर्विस रोड बनाया जाना चाहिए और उज्जैन से आगर तक बनने वाले रोड के बीच वन श्रंखला स्थापित करने की पर्याप्त जगह छोड़ी जाना चाहिए जिससे रोड ओर रोड पर चलने वाले यात्रियों को सुरक्षित रखा जा सके ।