भारी वर्षा के कारण खराब हो गई शहर की कई सडकें
भोपाल । राजधानी में बीते दिनों हुए भारी बारिश से कई क्षेत्रों की सडकें उखड चुकी है। यहां गुजरने वाले वाहनों के कारण जमकर धूल उड रही है जो कि वाहन चालकों की आंखों को नुकसान पहुंचा रही है। यह धूल फेफड़ों को भी नुकसान पहुंचाएगी। राजधानी के भेल, कोलार, एमपी नगर, टीटी नगर, नेहरू नगर, करोंद व पुराने शहर की सडकों पर सबसे ज्यादा धूल उड रही है। बीते रोज 21 व 22 अगस्त को हुई भारी वर्षा के कारण सड़कें खराब हुई हैं। हबीबगंज नाका से बरखेड़ा पठानी की ओर जाने वाली सड़क पर बारिक गिट्टियां फैल रही है। यही हाल शहर की लगभग 50 प्रतिशत सड़कों के हैं। इन पर तेज रफ्तार से दौड़ने वाले वाहनों के कारण गिट्टियां फैल रही है, जो दो पहिया व पैदल चलने वाले राहगीरों की आंखों में चुभ रही है। यह परेशानी आगे और बढ़ेगी, क्योंकि मौसम खुला रहा और धूप खिली तो शुष्कता बढ़ेगी और धूल का स्तर बढ़ जाएगा। यही धूल वायु प्रदूषण का कारण बनेगी। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से मिले आंकड़ों के मुताबिक पार्टिकुलेट मैटर (पीएम) 2.5 व पीएम 10 का स्तर भी बढ़ने लगा है। शुक्रवार दोपहर में पीएम 2.5 का स्तर 86 व पीएम 10 का स्तर 126 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर था, जो कि क्रमश: 60 व 100 होना चाहिए। इनमें वृद्धि के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक 88 तक पहुंच गया था, जो चार दिन पहले तक 50 से नीचे था। इस बारे में राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, भोपाल के क्षेत्रीय अधिकारी बृजेश शर्मा का कहना है कि वातावरण में धूल की मौजूदगी के कारण वायु गुणवत्ता सूचकांक में मामूली बढ़ोतरी दर्ज हो रही है। धूल के कण आंखों को नुकसान पहुंचते है। खासकर दो पहिया वाहन चालकों को परेशानी होती है। बाहर निकले तो हेलमेट व चस्में का उपयोग करें। मास्क का उपयोग भी धूल के हानिकारक प्रभावों से बचाएगा।