इन्दौर । किसी का रक्षण करना शौर्य है, किसी को मारना शौर्य नहीं है। देवी अहिल्या माता के हाथ में जो शिवलिंग है वह नैतिक मूल्यों के निर्माण का प्रतीक है। वह समाज को सद्मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। वह समाज के हर वर्ग के लिए हितैषी के रूप में कार्य करने का बल प्रदान करता है।
यह बात पूर्व राज्य सभा सांसद एवं पद्मश्री डॉ. विकास महात्मने ने गांधी हाल में आयोजित 227वें देवी अहिल्या पुण्य स्मरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए कही। अहिल्योत्सव समिति द्वारा आयोजित इस समारोह को संबोधित करते हुए डॉ. महात्मने ने कहा कि महाराष्ट्र में कई लोग कहते हैं कि देवी अहिल्या बाई को धार्मिक नगरों में घाट बनाने, मंदिरों का जीर्णोद्धार करने में पैसा खर्च करने की बजाय रक्षकों पर पैसा करना चाहिए, लेकिन मैं इस बात से सहमत नहीं हूँ। देवी अहिल्याबाई ने धर्म और मर्यादा से रहते हुए जो शिक्षा देकर समाज परिवर्तन का कार्य किया वह तलवार के माध्यम से नहीं हो सकता था। आपने कहा कि अहिल्या बाई ने महिलाओं को शिक्षित होने की प्रेरणा दी, उन्होंने हर समाज व जाति की भलाई के लिए काम किया जो आज भी मिसाल है। उन्होंने उस समय हर मंदिर को समीप की 50-100 एकड़ जमीन भी देकर यह कहा कि इस जमीन से प्राप्त उपज से भविष्य में मंदिर का काम होते रहना चाहिए। यह उनकी दूदर्शिता का उदाहरण है।
:: उस समय किया मंदिरों के जीर्णोद्धार का काम जब आवागमन के साधन नगण्य थे : शैतान सिंह
विशेष अतिथि के रूप में संबोधित करते हुए पूर्व राज्यमंत्री तथा पाल समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैतान सिंह ने कहा कि देवी अहिल्याबाई ने जिस समय पूरे देश में मंदिरों के जीर्णोद्धार का जो महान कार्य किया उस समय आवागमन के साधन नहीं थे। आप कल्पना कीजिए कि एक जगह बैठकर देश भर में इस तरह के कार्य उसी कारण आज वह पुण्य श्लोका बनी हुई हैं।
:: अहिल्या बाई विजनरी आर्किटेक्ट थी : महापौर भार्गव
इन्दौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने देवी अहिल्या बाई को विजनरी आर्किटेक्ट को संज्ञा देते हुए कहा कि उनके व्यक्तित्व से हम कई गुण सीख सकते हैं। केबिनेट मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि इन्दौर ही नहीं सम्पूर्ण देश का गौरव देवी अहिल्या बाई हमें अच्छे कार्यों के लिए प्रोत्साहित करती है।
:: अहिल्याबाई किसी एक जाति विशेष की नहीं थी : सुमित्रा महाजन
समारोह की अध्यक्षता करते हुए पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि अहिल्याबाई किसी एक जाति विशेष की नहीं थी। आपने महापौर एवं आईडीए अध्यक्ष को धन्यवाद देते हुए कहा कि देवी अहिल्या के नाम पर स्थापित भवन का काम पूर्णता पर है और दोनों संस्था के इस सहयोग से वह पूर्ण हो जाएगा। सांसद शंकर लालवानी ने स्वागत भाषण देते हुए कहा कि अहिल्योत्सव समिति बच्चों को विभिन्न प्रतियोगिता के माध्यम से संस्कार देने का काम करती है। पिछले एक माह में पांच हजार से अधिक बच्चों ने इन प्रतियोगिताओं में भाग लिया है।
:: गुणीजन सम्मान के तहत अशोक टेमले का सम्मान ::
कार्यक्रम में गुणीजन सम्मान के तहत स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सेवाएं अर्पित करने वाले अशोक टेमले का अतिथियों ने शाल, श्रीफल एवं सम्मान पत्र देकर सम्मान किया गया।
:: आईडीए अध्यक्ष चावड़ा ने 8 लाख रूपये का चेक महाजन को भेंट किया ::
इन्दौर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा ने अनुदान राशि स्वरूप 8 लाख रूपए का चेक पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन को भेंट किया। वहीं राजवाड़ा पर आयोजित कार्यक्रम में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने निगम की ओर से 5 लाख रू. का अनुदान का चेक सुमित्रा ताई को भेंट किया।
अतिथियों का स्वागत सर्वप्रथम सुमित्रा महाजन एवं शंकर लालवानी ने किया। बाद में संस्था की ओर से शरयू वाघमारे, सुधीर देड़गे,सुरेश बंसल, राजेश अग्रवाल, रामस्वरूप मूंदड़ा, कमलेश नाचण, प्रकाश पारवानी, प्रशांत बड़वे, कंचन गिडवानी, सौरभ खंडेलवाल, सुधीर दांडेकर, दीपिका नाचण, रचना गुप्ता, मोनिका सबनीस, अशोक भुसारी ने किया। अतिथियों को स्मृति चिन्ह ज्योति तोमर, अविनाश भांड, ज्योत्स्ना खराटे, सर्वजीत गौड़, पंकज उपाध्याय, अतुल बनवड़ीकर, देवेन्द्र ईनाणी, अरविन्द उपाध्याय, नीलेश केदारे ने भेंट किये। अतिथियों का परिचय विनीता धर्म ने दिया। कार्यक्रम का संचालन माला ठाकुर ने किया एवं आभार शरयू वाघमारे ने माना। कार्यक्रम में विधायक आकाश विजयवर्गीय, सुदर्शन गुप्ता, कृष्णकुमार अस्थाना, गोपीकृष्ण नेमा सहित बड़ी संख्या में एमआइसी सदस्य, पार्षद उपस्थित थे।
उमेश/पीएम/26 अगस्त 2022
इन्दौर। देवी अहिल्या के पुयतिथि पर गॉंधी हॉल में आयोजित समारोह में ‘गुणीजन सम्मान’ के तहत स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सेवाएं अर्पित करने वाले अशोक टेमले का अतिथियों ने शाल, श्रीफल एवं सम्मान पत्र देकर सम्मान किया गया।