कोरबा l जिला कांग्रेस कमेटी कोरबा द्वारा देश के पूर्व प्रधान मंत्री, भारत रत्न स्व. राजीव गांधी का 78वां जन्म दिवस को सद्भावना दिवस के रूप में मनाया गया। शनिवार को जिला कांग्रेस कार्यालय टी.पी. नगर कोरबा में स्व. राजीव गांधी के तैलचित्र पर माल्यार्पण किया गया। उपस्थित समस्त कांग्रेस जनों द्वारा पुष्प अर्पित कर नमन किया गया। इस अवसर पर महापौर राजकिशोर प्रसाद ने कहा कि स्व. राजीव गांधी की आत्मीय सोच थी कि पंचायती राज के माध्यम से गांव के व्यक्ति को अपने मौलिक अधिकार एवं कर्तव्यों का पूर्ण ज्ञान हो और वह उसका ईमानदारी से पालन करें। गांव की पंचायत को खुद निर्णय लेने का अधिकार हो उन्होंने कहा था राष्ट्रवाद, धर्म निरपेक्षता और समाजवादी विचारधारा ही हमारे महान् देश की अकेली प्रासंगिक विचारधारा है। सभापति श्याम सुंदर सोनी ने भारत रत्न स्व. राजीव गांधी को याद करते हुए कहा कि राजीव गांधी का अभूतपूर्व योगदान महिला वर्ग को सत्ता में अधिकाधिक भागीदार बनाने के लिए रहा उन्होंने महिलाओं को प्रत्येक क्षेत्र में 33 प्रतिशत की भागीदारी हेतु रूपरेखा पहले से ही बना दी थी। जिसके वर्तमान में सुपरिणाम देखने को मिल रहा है।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सपना चौहान ने इस अवसर पर कहा कि स्व. राजीव गांधी के कारण ही पंचायती राज कायम हुआ है। पूरे देश में उनके द्वारा भ्रमण कर सभी वर्गों से विचार विमर्श कर देश के प्रगति के लिए विकास योजना को नया आयाम दिया गया है। कोरबा जिले के आदिवासी बाहुल्य ग्राम रंजना में उनका आगमन हुआ था।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी के जन्मदिवस पर कहा कि स्व. राजीव गांधी के अंदर उत्कृष्टता का जुनून था। हर क्षेत्र में चाहे छात्र जीवन हो या कमर्शियल एवियेशन में पायलट या राजनीति सभी में उत्कृष्टता हासिल की। ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष संतोष राठौर ने कहा कि स्व. राजीव गांधी की सोच एवं प्रयास पूर्ण रूप से राष्ट्र निर्माण एवं अंतर्राष्ट्रीय क्षितीज में भारत को एक विशिष्ट स्थान दिलाने हेतु केन्द्रित है।
इस अवसर पर महेन्द्र सिंह चौहान, शांता मण्डावे, हरिशचन्द्र निषाद, प्रदीप पुरायणे, जीवन लाल चौहान, रामगोपाल यादव, बंटी शर्मा, राकेश देवांगन, गिरधारी बरेठ, राजू कोसले, राजेन्द्र तिवारी, वेदराम साहू, भुनेश्वर दुबे, देवी दयाल तिवारी, चन्द्रकुमार आदि ने स्व. राजीव के जीवनी पर प्रकाश डालते उन्हे याद कर नमन किया।