शुक्रवार रात जिला जेल जाने के लिए लोगों की भीड़ इस कदर उमड़ी कि भीड़ को संभालने के लिए पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर में शुक्रवार रात जिला जेल जाने के लिए लोगों की भीड़ इस कदर उमड़ी कि भीड़ को संभालने के लिए पुलिस प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी.
जेल परिसर को झांकियों से सजाया
दरअसल, मंदसौर की जिला जेल में कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर द्वारा आकर्षक झांकियों का निर्माण किया गया. इसके लिए पूरे जेल परिसर को सजाया गया. जेल के भीतर झूले में श्री कृष्ण बैठे दिखाई दिए,, जिन्हें झूला झूलाने लिए महिलाओं में होड़ मचती दिखी.
जोश और उत्साह के साथ झांकियां बनाई गई
भगवान श्री कृष्ण का जन्म जेल में ही हुआ था. मंदसौर जिला जेल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर झांकियों बनाने की परंपरा काफी पुरानी है. हालांकि 2 साल से कोरोना काल के चलते झांकियों का निर्माण नहीं किया गया था. इस वर्ष पूरे जोश और उत्साह के साथ झांकियां बनाई गई और परिसर को सजाया गया जिसको देखने के लिए लोगों में उत्साह देखा गया.
धूमधाम से मनाया गया भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोात्स
बता दें कि भगवान श्रीकृष्ण की जन्मस्थली मथुरा समेत देशभर में जन्माष्टमी का त्योहार धूमधाम से मनाया गया और मंदिरों के अलावा लोगों ने अपने घरों में भी लड्डू गोपाल की प्रतिमा को रंग बिरंगी पोशाक से सजाया. इस बार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को उच्च राशि के चंद्रमा में मनाई गई लेकिन जन्माष्टमी का शुभ मूहुर्त 18 अगस्त को ही शुरू हो गया था.
भगवान के बाल स्वरूप की होती है पूजा
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी हर साल देशभर में बड़ी धूमधाम से मनाई जाती है. भगवान श्रीकृष्ण के प्रकटोत्समव का पर्व जन्माृष्टटमी के रूम में मनाया जाता है. बता दें कि भगवान श्रीकृष्णच ने भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मथुरा में जन्मष लिया था. हिंदू मान्यताओं के मुताबिक इसी दिन देशभर में जन्माचष्टभमी मनाई जाती है. देशभर के मंदिरों और घरों में इस दिन भगवान के बाल स्वरूप की पूजा की गई।