( अमिताभ पांडेय )
” ” बुलंदियों पर पहुंचना कोई कमाल नहीं ,
बुलंदियों पर ठहरना कमाल होता है ” “
किसी शायर की यह पंक्तियां मध्य प्रदेश मंत्रिमंडल के वरिष्ठ सदस्य गोपाल भार्गव पर सटीक बैठती हैं।
वे पिछले लगभग पांच दशक से मध्य प्रदेश की राजनीति में प्रभावशाली शख्सियत के रूप में चमक रहे हैं ।
आम जनता में उनकी पहचान संवेदनशील और सहयोगी जन सेवक के रूप में है ।
प्रशासन के गलियारों में उन्हें कुशल प्रशासक के रूप में जाना जाता है ।
अधिकारी , कर्मचारियों से किस तरह स्नेहभाव के साथ काम लेना है ?
यह वे बखूबी जानते हैं ।
उन्होंने सागर जिले के रहली विधानसभा क्षेत्र को अपनी कर्मभूमि बनाया जो उनकी जन्मभूमि भी है।
श्री भार्गव का सरल, सहज व्यवहार , आम आदमी के सुख- दुख में उनका लगाव – जुड़ाव उनकी लोकप्रियता को लगातार बनाए हुए हैं ।
अपने क्षेत्र की जनता के साथ वह लगातार संपर्क में रहते हैं ।
जनता से उनका रिश्ता ऐसा है कि लोग उन्हें अपने परिवार के सदस्य की तरह जानते हैं।
केवल रहली विधानसभा क्षेत्र या सागर जिला ही नहीं , मध्यप्रदेश के किसी भी जिले से कोई पार्टी कार्यकर्ता या आम आदमी उनके पास पहुंचता है तो वह जो मदद हो सकती है उसके लिए तत्काल कार्यवाही करते हैं।
श्री भार्गव का जन्म 1 जुलाई 1952 को रैली में हुआ वह छात्र जीवन से ही सामाजिक राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय रहे हैं ।
वर्ष 1970 में वे छात्र राजनीति के दौरान छात्र संघ में पदाधिकारी बने।
सागर विश्वविद्यालय में छात्र संघ में महत्वपूर्ण पदों पर चुने गए। इसके बाद रहली के नगर पालिका अध्यक्ष के पद पर रहते हुए उन्होंने अपने सेवा कार्यों को आगे बढ़ाया।
वर्ष 1984 में रहली विधानसभा क्षेत्र से विधायक बने ।
उन्हें वर्ष 2003 में मुख्यमंत्री उमा भारती ने कैबिनेट मंत्री बनाया ।
वह बाबूलाल गौर के मुख्यमंत्री काल में भी कैबिनेट मंत्री रहे । अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें राज्य मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी दी है।
श्री भार्गव वर्तमान में लोक निर्माण विभाग, खादी ग्राम उद्योग, हस्तशिल्प , कुटीर उद्योग के मंत्री हैं।
इन विभागों में उन्होंने अपने कार्यकाल में ऐसी अभिनव योजनाएं प्रारंभ की है जिनका लाभ प्रदेशवासियों को मिल रहा है ।
उन्होंने प्रदेश के दूरदराज के दुर्गम क्षेत्रों को सड़क से जोड़ने का प्रभावी कार्य किया है।
वित्तीय वर्ष 2021 – 22 में प्रदेश में 2 हजार 441 किलोमीटर नवीन सड़कें और 65 नए पुल बनाने का कार्य तेजी से चल रहा है।
इसके साथ ही प्रदेश के महानगरों में रेल पटरी के कारण बाधित हो रहे यातायात को सुगम बनाने के लिए 105 रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण भी प्रस्तावित है ।
इससे श्रम और समय की बचत होगी ।
आवागमन की सुविधा बढ़ेगी। मध्यप्रदेश में अटल प्रोग्रेस वे और नर्मदा एक्सप्रेस वे की महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर भी काम चल रहा है जिससे प्रदेश का अन्य राज्यों से सड़क संपर्क अधिक बेहतर हो जाएगा।
इसी प्रकार खादी ग्राम उद्योग, हस्तशिल्प , कुटीर उद्योग में भी नई-नई योजनाओं के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में स्व रोजगार के नए अवसर बढ़ाने पर ध्यान दिया जा रहा है।
हथकरघा मध्यप्रदेश की समृद्ध और ऐतिहासिक धरोहर है ।
इसके प्रति लोक रुचि बढ़ाने के लिए मुंबई सहित अन्य महानगरों में फैशन शो का आयोजन किया गया ।
मध्यप्रदेश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंशा के अनुरूप हथकरघा को प्रोत्साहन दिया जा रहा है । इसके माध्यम से महिलाओं की आजीविका बढ़ाने के प्रयास भी सफल हो रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि अपने कार्यकर्ताओं की चिंता करने वाले गोपाल भार्गव आठवीं बार मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए रहली विधानसभा क्षेत्र से चुने गए हैं। उनका लगातार आठ बार एक ही क्षेत्र से चुना जाना यह साबित करता है कि उनकी वह जनता से सीधे रिश्ता रखते हैं ।
उनका मजबूत जनाधार है।
वे जनता के लिए सदैव मदद को तैयार रहते हैं ।
श्री भार्गव के भोपाल स्थित निवास पर क्षेत्र के बीमारों के श्रेष्ठ उपचार, उनके रहने , भोजन, आने-जाने आदि की ऐसी सुविधा की गई है जो मध्य प्रदेश के अन्य विधायकों के लिए एक अनुकरणीय मिसाल बन सकती है ।
उन्होंने अपने घर में क्षेत्र के लोगों के लिए पर्याप्त प्रबंध किए हैं।
क्षेत्र के नागरिकों की हर समस्या का समाधान तत्काल हो इसकी चिंता उन्हें सदैव रहती है।
वे स्वयं भी क्षेत्र के नागरिकों से लगातार संपर्क में रहते हैं ।
उनके विशेष सहयोगी और प्रशासनिक सलाहकार के डी कुकरेती के अनुसार ” श्री भार्गव जैसी साफगोई राजनीति में बहुत कम नेताओं में देखने सुनने को मिलती है । वह ऐसे जनसेवक हैं जो राजनीति में रहते हुए भी झूठ बोलने से बचते हैं और गरीब लोगों की मदद का भाव उनके मन में सदैव बना रहता है । “
वे अपने शुभचिंतकों की चुपचाप मदद करने के लिए भी जाने जाते हैं ।
श्री भार्गव लगातार उन लोगों से भी सीधा संवाद बनाए रखते हैं जिनकी पहुंच सरकारी दफ्तरों और बड़े लोगों तक नहीं होती शायद इसीलिए उनके बारे में यह कहा जाता है कि
” ” जिसका कोई न जाने हाल , उनके साथी हैं गोपाल ” “
वे सबकी मदद करते हैं , सबकी मदद करते रहेंगे, ऐसा विश्वास है।
उनके जन्मदिन पर हमारी ओर से यही शुभकामनाएं हैं।
( लेखक स्वतंत्र पत्रकार हैं, संपर्क 9424466269 )