इंदौर -दिनांक 21 मई 2022- पुलिस की अपनी ड्यूटी के साथ-साथ अपने सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत शहर में बच्चों एवं बुजुर्गों के प्रकरण में उनकी हर संभव व तुरंत सहायता के लिए कार्यवाही हेतु, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री हरिनारायणा चारी मिश्र अतिरिक्त पुलिस आयुक्त श्री मनीष कपूरिया ने इंदौर पुलिस को निर्देशित किया है। ऐसे मामलो में इंदौर पुलिस पूरी संवेदनशीलता एवं गंभीरता से लगातार कारवाई भी कर रही है। इसी अनुक्रम में ऐसे ही एक मामले में महिला उप निरीक्षक ने अपनी ड्यूटी खत्म होने के बाद भी अपने फर्ज को निभाते हुए वृद्धा को घर पहुंचाने का सरहनीय काम किया हैं ।
पुलिस थाना एमजी रोड में पदस्थ महिला उप निरीक्षक टीना शुक्ला शुक्रवार रात 8.30 बजे ड्यूटी खत्म कर परदेशीपुरा इलाके में अपने घर पहुंची तो घर के बाहर एक वृद्ध महिला बैठी हुई थी। उन्हे लगा की वे शायद थक कर आराम करने बैठी होगी। कुछ देर बाद भी वे वही बैठी दिखी तो उप निरीक्षक ने आस पास पता किया की वे किसी के घर आई मेहमान तो नही है जब कोई जानकारी नहीं मिली तो उन्होंने वृद्धा से बात की। उनसे खाने और पानी के बारे में पूछा, और वृद्धा को पानी/ठंडा आदि दिया तथा उनसे बातचीत की । बात के दौरान वृद्धा ने अपना नाम बताया लेकिन घर का पता वे नहीं बता पा रही थी। इतना जरूर बता पाई की घर के पास गणेश आटा चक्की है और कथा चल रही है।
महिला उप निरीक्षक ने तत्काल पुलिस कंट्रोल रूम को सूचित किया तब परदेशीपुरा की एफआरवी वहा पहुंची। महिला की बताई जानकारी के आधार पर घर की तलाश शुरू की। करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद महिला का घर हीरा नगर इलाके में मिला। घर पर भतीजा मिला जिसने बताया की उनकी मौसी चार घंटे पहले घर से कही चली गई थी। वे अविवाहित है और दिमागी रूप से थोड़ी कमजोर है। परिवार के लोग भी उनकी तलाश कर रहे थे।
उन्हे सुरक्षित घर पहुंचाने पर परिवार ने इंदौर पुलिस की टीम को धन्यवाद दिया गया।
महिला एसआई ने ड्यूटी खत्म होने के बाद भी अपनी जिम्मेदारी को उठाया।
इस सराहनीय कारवाई में महिला एसआई टीना शुक्ला के साथ ही एफआरवी के एएसआई राधा मोहन शर्मा, पायलेट पंकज पाटेकर, परदेशीपुरा थाने के बीट सिपाही रवि प्रताप व सैनिक नितिन पाटिल की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही।