निप्र, जावरा मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के जावरा जनपद पंचायत के ग्राम पंचायत कलालिया को क्षेत्रीय सांसद व राष्ट्रीय सह-कोषाध्यक्ष भारतीय जनता पार्टी ,गुजरात सह प्रभारी सुधीर गुप्ता द्वारा गोद लिया गया ,लेकिन अपनी व्यस्तता ओर ग्रामीण क्षेत्र की अव्यवस्था के कारण आज उन्ही के द्वारा गोद लिए हुए, गाँव कलालिया विकास से वंचित रह ज़मीनी हकीकत बया कर रहा है ,यह बात पार्टी के ही कलालिया के सरपंच द्वारा विकास कार्यों के खोले गए मोर्चे से व्यक्त कर बताया गया है, जहाँ सरपंच ही भूख हड़ताल पर बैठे है सरपंच द्वारा बताया गया कि कहने को “कलालिया आदर्श गांव है पर विकास अब तक नही” हुआ वही गांव कलालिया में कई समस्या है यहां पर नालियों का निर्माण नहीं हुआ कई सालों से स्वीकृत होने के बाद भी काम प्रारंभ नहीं हुआ, ग्रामीण नालियों की सुविधाओं से वंचित है , कलालिया से सड़क निर्माण कार्य शुरू नहीं होने से वह गोस्वामी समाज के शमशान भूमि आवंटन के लिए तरस रहे है,, गांव की ओर आने वाले मार्ग पर पिंगला नदी पुल पर बाउंड्रीवाल नही होने के कारण ग्रामवासियों को बरसात के समय हादसों का डर बना रहता है ,वही गांव तक जाने वाली सड़कों पर स्ट्रीट लाइट का न होना व ,महू-नीमच नेशनल हाइवे से जुड़े होने के बाद भी गांव के मुख्य मार्ग कलालिया फंटे पर प्रवेश के दौरान अंधेरा होने के कारण दुर्घटनाएं होने से कई लोगो को अपनी जान गवाना पड़ी है, वही ग्रामवासियों ने कहा कि गांव को मंदसौर संसदीय क्षेत्र के सांसद सुधीर गुप्ता ने गाँव गोद लिया है,लेकिन गोद लिए 2 साल होने के बाद भी अब तक गांव कलालिया में समस्या को देखने न सांसद साहब आए न क्षेत्रीय विधायक जिससे नाराज होकर भाजपा पार्टी के गांव कलालिया के सरपंच ने मोर्चा खोला और भूख हड़ताल पर बैठ गए है, सरपंच का कहना है कि मैं खुद भी भाजपा का हूं यहां विधायक, सांसद और प्रदेश सरकार यहां तक कि केंद्र सरकार सभी भाजपा की है फिर भी गांव ग्रामीण नालियों की सुविधा से और शमशान भूमि आवंटन से और कलालिया रोड निर्माण व नेशनल हाईवे से जुड़े कलालिया फंटे पर स्ट्रीट लाइट न होने के कारण दुर्घटना से बचाव जैसी जनहितैषी कार्यों से ग्रामीण क्षेत्र वंचित है, ऐसी कई समस्याएं जिन का कार्य अब तक प्रारंभ नहीं हुआ है ,ग्राम सरपंच राधेश्याम पाटीदार ने विरोध प्रदर्शन करते हुए कहा कि मेरे लिए गांव सर्वोपरि है और गांव के लोगों की समस्या हल कराने बैठा हूं अभी भूख हड़ताल पर बैठा हूं अगर समस्या का हल नहीं हुआ तो मैं पानी भी छोड़ दूंगा पर गांव की समस्याओं का हल जरूर