प्रतिभा विकास, तकनीकी नवाचार और सामुदायिक स्वास्थ्य के प्रति प्रतिबद्धता को मिली मजबूती
इंदौर, 16 दिसंबर: प्रौद्योगिकी-सक्षम रेवेन्यू साइकिल मैनेजमेंट (RCM) और हेल्थकेयर सेवाओं की अग्रणी कंपनी R1 RCM ने आज मध्य प्रदेश के इंदौर में अपने नए कार्यालय के शुभारंभ की घोषणा की। यह पहल कंपनी के लिए भारत को एक रणनीतिक वैश्विक डिलीवरी और इनोवेशन केंद्र के रूप में और सुदृढ़ करती है।
इंदौर स्थित नया केंद्र — R1 RCM Global Pvt. Ltd., 8वीं मंज़िल, प्लॉट नंबर 16, ब्रिलियंट समिट ब्लॉक-बी, स्कीम नंबर 78, पार्ट सेकंड, विजय नगर, इंदौर–452010, मध्य प्रदेश — एक आधुनिक और विस्तार योग्य कार्यस्थल के रूप में विकसित किया गया है। यह केंद्र भारत में R1 के बहुवर्षीय विस्तार को समर्थन देगा। कंपनी को उम्मीद है कि वर्ष 2026 के अंत तक इंदौर में लगभग 500 सहयोगियों को जोड़ा जाएगा, जबकि भविष्य में विस्तार व्यवसायिक आवश्यकताओं के अनुरूप किया जाएगा।
प्रारंभिक चरण में यह हब बैकएंड रेवेन्यू साइकिल ऑपरेशंस—जैसे एआर फॉलो-अप और बिलिंग—पर केंद्रित रहेगा, जो वॉयस-आधारित बीपीओ भूमिकाओं के समान हैं। आगे चलकर इसे कोडिंग और क्लिनिकल डॉक्यूमेंटेशन जैसे विशेष क्षेत्रों तक विस्तारित करने की संभावना है।
भारत में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करते हुए, R1 एक टेक्नोलॉजी-फर्स्ट हेल्थकेयर सर्विसेज एंटरप्राइज के रूप में अपने विकास को गति दे रहा है, जहां डिजिटल इनोवेशन, ऑटोमेशन और इंटेलिजेंट वर्कफ्लो इसकी वैश्विक डिलीवरी मॉडल की नींव हैं। यह बदलाव पारंपरिक ऑपरेशंस-केंद्रित संरचनाओं से हटकर भविष्य के हेल्थकेयर के लिए डिज़ाइन किए गए डिजिटल, उच्च-दक्षता वाले इकोसिस्टम की दिशा में एक रणनीतिक कदम है।
दिल्ली एनसीआर, हैदराबाद और चेन्नई में मजबूत संचालन के बाद, इंदौर R1 के लिए टियर-2 शहर में प्रवेश का प्रतीक है। शहर का कुशल प्रतिभा भंडार, शैक्षणिक पारिस्थितिकी तंत्र और तैयार बुनियादी ढांचा इसे R1 के डिस्ट्रीब्यूटेड डिलीवरी मॉडल के लिए एक रणनीतिक विकल्प बनाते हैं।
आगामी एक वर्ष में R1 इंदौर में फ्रेश ग्रेजुएट्स और अनुभवी पेशेवरों दोनों की भर्ती करेगा। स्थानीय रोजगार क्षमता को मजबूत करने के लिए समर्पित प्रशिक्षकों की तैनाती पहले ही की जा चुकी है। इन टीमों को RCM की विशिष्ट क्षमताओं में प्रशिक्षित किया जा रहा है, जो R1 की दीर्घकालिक वर्कफोर्स डेवलपमेंट रणनीति का हिस्सा है। प्रतिभा रणनीति के अंतर्गत आगे चलकर विश्वविद्यालयों के साथ साझेदारियां भी की जाएंगी। इंदौर के कर्मचारियों को R1 के संरचित करियर और लीडरशिप डेवलपमेंट प्रोग्राम्स का लाभ मिलेगा। इसके अतिरिक्त, R1 का IIM इंदौर के साथ नेतृत्व विकास के लिए एक दीर्घकालिक सहयोग भी जारी है।
अभिजीत पवार, ईवीपी – ग्लोबल ऑपरेशंस एवं इंडिया कंट्री जनरल मैनेजर, R1 RCM ने कहा:
“इंदौर हमारे भारत संचालन में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक जोड़ है। शहर का गहरा टैलेंट पूल, मजबूत शैक्षणिक आधार और प्रगतिशील बुनियादी ढांचा हमारे अगले विकास चरण के लिए इसे स्वाभाविक विकल्प बनाते हैं। मध्य प्रदेश में हमारा निरंतर फोकस इस क्षेत्र की भविष्य-तैयार हेल्थकेयर टेक्नोलॉजी वर्कफोर्स को समर्थन देने की क्षमता पर हमारे विश्वास को दर्शाता है। मोबाइल मेडिकल यूनिट्स पहल को इस लॉन्च के साथ जोड़ना क्षेत्र में हमारी दीर्घकालिक सामुदायिक साझेदारी की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह नया हब भारत के प्रति हमारी प्रतिबद्धता और इस क्षेत्र की अपार संभावनाओं में हमारे विश्वास को पुनः स्थापित करता है।”
सामुदायिक कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करते हुए, R1 RCM ने इंदौर लॉन्च के साथ Smile Foundation के सहयोग से एक सामाजिक प्रभाव पहल को भी जोड़ा है—‘हेल्पिंग हैंड्स ऑन व्हील्स’ कार्यक्रम के तहत।
इस सहयोग के माध्यम से मोबाइल मेडिकल यूनिट्स (MMUs) तैनात की जाएंगी, जो इंदौर और आसपास के वंचित समुदायों—विशेषकर महिलाओं और बच्चों—को मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं, जांच, आवश्यक दवाएं, निवारक स्वास्थ्य शिक्षा और रेफरल सहायता प्रदान करेंगी।
स्वाति खंडेलवाल, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट एवं हेड – ह्यूमन रिसोर्सेज, आर1 आरसीएम इंडिया ने कहा,
“प्रतिभा हमारी सबसे बड़ी पूंजी है और हम स्वास्थ्य सेवा प्रौद्योगिकी के भविष्य को आकार देने वाली क्षमताओं के निर्माण में गहन निवेश कर रहे हैं। पहले ही दिन से हमारे सहयोगियों को विश्वस्तरीय प्रशिक्षण, नेतृत्व विकास के अवसर और ऐसी संस्कृति तक पहुंच मिलती है जो विकास, नवाचार और समावेशन को महत्व देती है।”
उन्होंने आगे कहा कि सामुदायिक कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत करते हुए, आर1 आरसीएम ने इंदौर विस्तार के हिस्से के रूप में स्माइल फाउंडेशन के साथ ‘हेल्पिंग हैंड्स ऑन व्हील्स’ कार्यक्रम के तहत एक समर्पित सामाजिक प्रभाव पहल को एकीकृत किया है। “इस सहयोग के माध्यम से मोबाइल मेडिकल यूनिट्स (एमएमयू) इंदौर और उसके आसपास के वंचित समुदायों को मुफ्त प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं, जांच सुविधाएं, आवश्यक दवाएं, निवारक स्वास्थ्य शिक्षा और रेफरल सहायता प्रदान करेंगी, जिससे विशेष रूप से महिलाओं और बच्चों को लाभ मिलेगा l
संतानु मिश्रा, सह-संस्थापक एवं एक्जीक्यूटिव ट्रस्टी, स्माइल फाउंडेशन ने कहा:
“R1 RCM के साथ हमारा सहयोग इंदौर में वंचित समुदायों के लिए समय पर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करता है। मोबाइल मेडिकल यूनिट पहल प्रारंभिक निदान, निवारक देखभाल और समग्र स्वास्थ्य जागरूकता को बेहतर बनाने में सहायक होगी, जिससे स्वस्थ और सशक्त समुदायों के निर्माण के सरकारी प्रयासों को भी समर्थन मिलेगा। इस साझेदारी को लेकर हम उत्साहित हैं।”
इंदौर हब, ऑटोमेशन-ड्रिवन वर्कफ्लो के माध्यम से एंड-टू-एंड रेवेन्यू साइकिल प्रक्रियाओं को सक्षम बनाकर R1 RCM के वैश्विक ऑपरेटिंग मॉडल में अहम भूमिका निभाएगा, जिससे इसके ऑपरेशंस नेटवर्क में स्केलेबिलिटी, रिडंडेंसी और रेज़िलिएंस और मजबूत होगी।
R1 के बारे में
R1 अस्पतालों, हेल्थ सिस्टम्स और मेडिकल ग्रुप्स के लिए मरीज अनुभव और वित्तीय प्रदर्शन को बेहतर बनाने वाले टेक्नोलॉजी-आधारित समाधानों का अग्रणी प्रदाता है। हम एकमात्र ऐसी कंपनी हैं जो रेवेन्यू साइकिल प्रोफेशनल्स की वैश्विक टीम की गहरी विशेषज्ञता को उद्योग के सबसे उन्नत टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म के साथ जोड़ती है, जिसमें उन्नत एनालिटिक्स, एआई, इंटेलिजेंट ऑटोमेशन और वर्कफ्लो ऑर्केस्ट्रेशन शामिल हैं।
विश्व स्तर पर 30,000 से अधिक कर्मचारियों और भारत में दिल्ली एनसीआर, हैदराबाद, बेंगलुरु और चेन्नई में 17,000 से अधिक कर्मचारियों की मजबूत उपस्थिति के साथ, R1 एक समावेशी संस्कृति को बढ़ावा देता है, जहां हर टीम सदस्य को सम्मान और सशक्तिकरण मिलता है। हमारा मिशन हेल्थकेयर इंडस्ट्री को अधिक कुशल बनाकर सभी के लिए हेल्थकेयर को बेहतर बनाना है।
R1 इंडिया को ग्रेट प्लेस टू वर्क® इंस्टीट्यूट द्वारा भारत की सर्वश्रेष्ठ कंपनियों में टॉप 20 (2025) में शामिल किया गया है—जो लगातार तीसरे वर्ष रैंकिंग में सुधार का प्रमाण है। यह उपलब्धि हमारी सशक्त कार्यसंस्कृति, कर्मचारी कल्याण, समावेशन और विविधता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
स्माइल फाउंडेशन के बारे में
स्माइल फाउंडेशन एक भारतीय विकास संगठन है, जो शिक्षा, स्वास्थ्य और आजीविका के क्षेत्रों में देश के 27 राज्यों में संचालित विभिन्न परियोजनाओं के माध्यम से प्रतिवर्ष 20 लाख से अधिक बच्चों और उनके परिवारों को प्रत्यक्ष लाभ पहुंचाता है।
