उज्जैन ( माधव एक्सप्रेस) एचडीएफसी और अभ्युदय संस्थान द्वारा संचालित कार्यक्रम स्मार्ट शिक्षा उज्जैन प्रोजेक्ट के अंतर्गत जिले के 8 विद्यालयों में 20 स्मार्टक्लास रूम स्थापित किए गए जिसके अंतर्गत विद्यालयो में डिजिटल इंटरेक्टिव बोर्ड, वाल चित्रण , मरम्मतीकरण आदि कार्य किए गए इसी क्रम में *स्मार्ट शिक्षा उज्जैन* प्रोजेक्ट की हैंडओवर सेरेमनी 13 दिसंबर, 2025 को विजया राजे गर्ल्स हायर सेकेंडरी स्कूल में आयोजित की गई, जो क्षेत्र के शैक्षिक विकास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। इस अवसर पर माननीय अतिथियों की उपस्थिति रही, जिनमें श्री राजेश राठौर, कार्यकारी निदेशक, एमपीआईडीसी, श्री अंकित ओझा, क्लस्टर हेड, एचडीएफसी बैंक, श्री महेश बसेर, ब्रांच मैनेजर, एचडीएफसी बैंक, श्री राहुल आर्य, ब्रांच मैनेजर, एचडीएफसी बैंक, श्री अखिलेश लिमझे, ब्रांच मैनेजर, एचडीएफसी बैंक, श्री लोकेन्द्र चौहान, ब्रांच मैनेजर, एचडीएफसी बैंक, श्री राघवेंद्र जोशी, ब्रांच मैनेजर, एचडीएफसी बैंक, श्री नीलेश ठाकुर, ब्रांच मैनेजर, एचडीएफसी बैंक, और श्री अवनीश व्यास, पीबी सेल्स, एचडीएफसी बैंक शामिल थे। अभ्युदय संस्थान के प्रतिनिधियों में श्रीमती ममता पांडेय, सचिव, और श्री अभिलाष निगम भी उपस्थित थे।सेरेमनी की शुरुआत अतिथियों का पारंपरिक शॉल और फूलों के गुलदस्ते के साथ स्वागत के साथ हुई, जो उनके योगदान के प्रति सम्मान और आभार का प्रतीक है। छात्रों ने एक आकर्षक सांस्कृतिक प्रदर्शन के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया, जिससे समारोह का माहौल उत्साहपूर्ण हो गया। श्री राजेश राठौर, कार्यकारी निदेशक, एमपीआईडीसी ने स्मार्ट शिक्षा परियोजना के कार्यान्वयन में एचडीएफसी बैंक और अभ्युदय संस्थान के उत्कृष्ट प्रयासों की प्रशंसा की, शिक्षा पर प्रौद्योगिकी के परिवर्तनकारी प्रभाव पर जोर दिया।
इस अवसर का समापन स्मार्ट क्लास के उद्घाटन के साथ हुआ, जहां छात्रों ने स्मार्ट बोर्ड का अन्वेषण किया, जिससे उन्हें इंटरैक्टिव लर्निंग टूल्स का अनुभव करने का अवसर मिला। विद्यालय के प्राचार्य, श्री सनत व्यास, शिक्षकों और छात्रों के साथ, समारोह में सक्रिय रूप से शामिल हुए, जो नई प्रौद्योगिकी-सक्षम शिक्षण वातावरण के लिए उनके उत्साह को दर्शाता है। एचडीएफसी बैंक और अभ्युदय संस्थान के प्रतिनिधियों सहित अन्य माननीय अतिथियों ने परियोजना के लाभों पर अपने विचार साझा किए, जो इस पहल को संभव बनाने वाले सहयोगी प्रयासों को उजागर करते हैं।
