काले हिरण व नीलगाय का रेसक्यू करने शुजालपुर पहुंची दक्षिण अफ्रीका की टीम
आज से शुरू रेसक्यू ऑपरेशन
डॉ काजी एस रहमान
शुजालपुर: बुधवार को दक्षिण अफ्रीका से। काले हिरण व नीलगाय का रेसक्यू करने 12 लोगों की टीम शुजालपुर पहुंची। जिनका भारतीय संस्कृति के अनुरूप आतिथ्य सत्कार के साथ स्कालर्स स्कूल की छात्राओं ने जंगल कैफे पर स्वागत किया।
शाजापुर जिले में शुजालपुर,कालापीपल, अवंतीपुर बडोदिया व पोलायकलां तहसील में हिरणो व नीलगाय के कारण किसान काफी परेशान है, इन वन्यजीवों के द्वारा किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया जाता है,इसके चलते लंबे समय से किसानों की ओर से इन वन्य जीवों को अन्य स्थान पर शिफ्ट करने की मांग उठ रही थी। इसी के चलते मध्य प्रदेश सरकार ने दक्षिण अफ्रीका में वाइल्डलाइफ से जुड़े लोगों को वन्य जीवों का रिसक्यु करने के लिए बुलाया है। दक्षिण अफ्रीका टीम के तीन अन्य सदस्य एक-दो दिन में शुजालपुर पहुंचेंगे। दक्षिण अफ्रीका वाइल्डलाइफ से जुड़ी टीम के सदस्यों द्वारा हेलीकॉप्टर से हिरणो को हेलिकॉप्टर की मदद से हांक कर बोमा पद्धति के माध्यम से पकड़ा जाएगा। यह अभियान लगभग 21 दिनों तक चलेगा।इस पद्धति को सीखने के लिए केंद्रीय वन विभाग तथा मध्य प्रदेश वन विभाग से जुड़े अधिकारी व कर्मचारी भी शामिल रहेंगे। दक्षिण अफ्रीका टीम के लीडर कैस्टर विक्रय ने बताया कि उनके देश में लंबे समय से बोमा पद्धति अपनाई जा रही है, वे ग्राउंड लेवल पर जाकर स्थिति को देखेंगे तथा इसके बाद आगे की प्रक्रिया की जाएगी। टीम लीडर ने बताया कि उनका प्रयास रहता है कि वन्य जीव को किसी प्रकार की हानि ना हो उनका रेसक्यू कर निर्धारित स्थान पर पहुंचाया जाए। बता दे शुजालपुर क्षेत्र से हिरणो का रेस्क्यू कर इन्हें गांधी सागर अभ्यारण मंदसौर भेजा जाना है। वन विभाग ने कालापीपल विधानसभा क्षेत्र के चार गांवों इमलीखेड़ा, भानियाखेड़ी, डुंगलाय और उमरसिंघी,अरनियला में हिरण एवं नीलगाय के रेस्क्यू अभियान को मंजूरी दी है। जो आज से शुरू होगी।
विधायक घनश्याम चंद्रवंशी ने किसानों से अपील की है कि जिन क्षेत्रों में हिरण और नीलगाय झुंड में हों, उसकी सूचना रेस्क्यू टीम या वन विभाग को दें। लोकेशन के आधार पर रेस्क्यू टीम वहां पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि जनता के सहयोग से ही यह अभियान सफल हो पाएगा और किसानों को फसलों के नुकसान से मुक्ति मिलेगी।
कलेक्टर ऋजु बाफना ने ब्लैकबक ऑपरेशन के लिए चयनित स्थलों में पर भीड़ नियंत्रण एवं कानून व्यवस्था तथा अन्य आवश्यक सहयोग के लिए जिले के विभिन्न अधिकारियों की ड्यूटी लगाई है। जिसके अनुसार पुलिस अधीक्षक संपूर्ण अभियान के दौरान कानून व्यवस्था एवं भीड़ नियंत्रण के लिए पर्याप्त पुलिस बल की व्यवस्था करेंगे। इसके साथ ही संबंधित अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अभियान के दौरान कानून व्यवस्था एवं भीड़ नियंत्रण, अनुविभागीय अधिकारी एवं दण्डाधिकारी अभियान के दौरान कृषकों से आपसी समन्वय स्थापित करने, मजिस्ट्रियल ड्यूटी लगाने एवं कानून व्यवस्था बनाकर रखेंगे। संबंधित जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्रामीण क्षेत्र में पंचायत प्रतिनिधियों से चर्चा कर समन्वय स्थापित कर पंचायत अमले की ड्यूटी एवं संपूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अभियान के दौरान डॉक्टर्स की टीम एवं एम्बुलेंस की व्यवस्था करेंगे। लोक निर्माण विभाग कार्यपालन यंत्री हैलीपेड के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं एवं कॉर्डिनेट्स उपलब्ध कराना। विद्युत वितरण कंपनी अधीक्षण यंत्री आवश्यकतानुसार विद्युत प्रवाह नियंत्रण की व्यवस्था करेंगे। संबंधित अधिकारीगणों को कलेक्टर ने संपूर्ण ऑपरेशन के दौरान चयनित कैप्चर स्थलों पर वन विभाग के अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित रखते हुए सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन करते हुए आवश्यक सहयोग प्रदान करने के निर्देश दिये हैं।
कलेक्टर बाफना ने बताया कि ब्लैकबक ऑपरेशन के लिए जिले में शुजालपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम गावडी एवं नया समाजखेड़ा तथा कालापीपल विधानसभा क्षेत्र के ग्राम ईमलीखेड़ा, उमरसिंगी, अरनियाकलां एवं डुंगलाय शामिल हैं। इसी प्रकार नीलगाय कैप्चर के लिए शाजापुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम लाहौरी बल्डा व गोपीपुर, शुजालपुर विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मदाना व सुसनेर विधानसभा क्षेत्र (तहसील मो. बड़ोदिया) के ग्राम निपान्या करजू शामिल हैं।