StudyIQ यह मील का पत्थर छूने वाला एकमात्र यूपीएससी लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म बना; नए स्कॉलरशिप कार्यक्रम, फ्री “पर्चम” स्किल डेवलपमेंट कोर्स और StudyIQ 3.0 के लिए विजन पेश किया।
इंदौर, 25 सितंबर 2025: यूपीएससी, पीसीएस और न्यायिक परीक्षा पाठ्यक्रमों में अग्रणी एडटेक कंपनी StudyIQ ने आज देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (डीएवीवी) ऑडिटोरियम, इंदौर में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान Youtube पर 2 करोड़ सब्सक्राइबर्स पूरे होने का जश्न मनाया।
जश्न के हिस्से के रूप में, StudyIQ ने वंचित छात्रों के लिए एक स्कॉलरशिप कार्यक्रम की घोषणा की, जिससे हर विद्यार्थी तक शिक्षा पहुंचाने के अपने मिशन को पुनः मजबूत किया। इस पहल के तहत, पहले 20 पात्र छात्रों को किसी भी StudyIQ कोर्स में 100% निःशुल्क प्रवेश मिलेगा, जबकि अगले 200 छात्र 50% रियायती शुल्क पर नामांकन कर सकेंगे। निष्पक्षता और अधिकतम पहुंच सुनिश्चित करने के लिए, यह कार्यक्रम StudyIQ ऐप के होमपेज पर उपलब्ध स्कॉलरशिप परीक्षा के माध्यम से संचालित किया जाएगा, जिससे अभ्यर्थियों के लिए भागीदारी सरल और पारदर्शी हो सके।
परीक्षा तैयारी से एक कदम आगे बढ़ते हुए, कंपनी ने ‘पर्चम’ नामक एक फ्री स्किल डेवलपमेंट कोर्स की भी घोषणा की, जिसे विद्यार्थियों को जीवन और करियर में सफलता के लिए तैयार करने के उद्देश्य से डिज़ाइन किया गया है। इस कोर्स में जेनरेटिव एआई, इंग्लिश कम्युनिकेशन स्किल्स, पर्सनेलिटी डेवलेपमेंट और अन्य कई क्षेत्रों से जुड़े मॉड्यूल शामिल हैं, जिनका मकसद विद्यार्थियों की सामान्य क्षमताओं को सशक्त बनाना है। इंदौर कार्यक्रम में मौजूद विद्यार्थियों के साथ-साथ ऑनलाइन जुड़े शिक्षार्थियों को भी तुरंत प्रवेश प्रदान किया गया—इसके लिए स्थल पर उपलब्ध क्यूआर कोड और लाइव चैट में साझा किए गए लिंक का उपयोग किया गया, जिससे वे तुरंत भागीदारी कर सकें।
कार्यक्रम में StudyIQ 3.0 की औपचारिक घोषणा भी की गई, जो प्लेटफ़ॉर्म की परिवर्तन यात्रा में अगला बड़ा कदम है। “अधिक प्रभावशीलता, अधिक प्रतिबद्धता और अधिक कंटेंट” पर केंद्रित StudyIQ 3.0 को 20 नए संकल्पों पर आधारित किया गया है—एक दूरदर्शी रूपरेखा, जो विद्यार्थियों को गहन सहभागिता, समृद्ध संसाधन और अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए मजबूत मार्ग प्रदान करने का वादा करती है।
अनिल नागर, Adda Education, StudyIQ, Adda247 और अन्य ब्रांड्स की मूल कंपनी के फाउंडर और सीईओ, ने कहा ने इस यात्रा को याद करते हुए कहा, “2015 में StudyIQ ने एक छोटे से कमरे, एक लैपटॉप और एक सपने के साथ शुरुआत की थी। आज वह सपना 2 करोड़ शिक्षार्थियों के परिवार में बदल चुका है। लेकिन ये 2 करोड़ सिर्फ आंकड़े नहीं हैं—ये कहानियां, भावनाएं और आकांक्षाएं हैं। हमारा मिशन हमेशा हर विद्यार्थी तक शिक्षा पहुंचाना रहा है और अब 2 करोड़ छात्रों के विश्वास के साथ हम 20 से 50 और फिर 100 मिलियन तक जाने के लिए तैयार हैं। StudyIQ यहां रुकने वाला नहीं है।”
इस मील के पत्थर के साथ, StudyIQ ने भारत के प्रत्येक विद्यार्थी के लिए शिक्षा का लोकतंत्रीकरण करने के अपने मिशन को दोहराया और केवल अकादमिक तैयारी से आगे बढ़कर शिक्षार्थियों को जीवन में सफलता के लिए तैयार करने की अपनी प्रतिबद्धता को भी मजबूत किया।
