निप्र, जावरा- मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में विगत कई वर्षों से भिमाखेड़ी से लेकर कालूखेड़ा तक कि सड़के अपनी बदहाली व्यक्त कर रही है,जिससे ग्रामीण जन से लेकर आमजन जो शासकीय व प्राइवेट कार्य क्षेत्रों में कार्यरत है’ उन व्यक्तियों को सड़कों के गड्डों व कीचड़ से कारण आवागमन में परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है,लेकिन जिम्मदार क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि’ न बदहाल सड़कों का जायज़ा ले रहे है और न ही ग्रामीण क्षेत्रों की समस्या से अवगत हो रहे है ,
ग्रामीण क्षेत्र की जनता ने बताया कि सड़कों की समस्या को लेकर चुनाव के बाद से अब तक न सांसद ने दौरा किया और न विधायक ने पंचायत जनपद अध्यक्ष भी इस ओर कोई ध्यान नही देते है, पूर्व में कृषि मंत्री महेंद्र सिंह कालूखेड़ा के कार्यकाल में ही सड़कों का कियान्वयन सही ढंग से होता था’, भिमाखेड़ी से लेकर कालूखेड़ा तक कि सड़के अब लचर अवस्था मे अपनी दुर्दशा जनता के द्वारा बया कर बता रही है कि सत्ता ओर विपक्ष के नेताओं द्वारा ग्रामीण विकास को लेकर कितनी अभिरुचि है कई बार रात्रि के समय अंधेरे के कारण सड़कों के गड्डों ने राहगीर दुर्घटना के शिकार होकर गम्भीर घायल हो जाते है लेकिन अब तक न सड़कों पर पेच वर्क हुआ है और न ही डामरीकरण द्वारा रोड़ निर्माण कार्य ,कोई जिम्मेदार इस ओर ध्यान नही देता, बदहाल ग्रामीण सड़कों के आवागमन के दौरान परेशान ग्रामीण क्षेत्रों की कौन जिम्मेदारी लेगा।