निप्र, जावरा मध्यप्रदेश के रतलाम जिले की जावरा अर्नियापीथा व खाचरोद नाका स्थित मंडी प्रांगण में चल रही अव्यवस्था को लेकर भारतीय किसान संघ द्वारा मंडी सचिव की तानाशाही के खिलाफ एसडीएम कार्यालय का घेराव किया गया , किसान संघ द्वारा बताया गया कि कई दिनों से मंडी में भ्रष्टाचार की जड़े मजबूत करते सचिव व अन्य संलिप्त अधिकारी अपनी मनमानी से मंडी को चला रहै है , पूर्व में मंडी में ट्रॉलियों की व्यवस्था से लेकर सफ़ाई एवं केंटीन व्यवस्था में भी लापरवाही दिखाई दी है जहाँ मंडी की दिवाले तोड़ कर बाहरी दुकानदारो को व्यवसाय दिया जा रहा है जबकि मंडी में लाखों रुपये के टेंडर आंवटित कर दुकाने संचालित करवाई गई वही प्रांगण के प्लेटफार्म पर किसानों की उपज कभी दिखाई नही देती हमेशा व्यपारियों का माल ही पड़ा रहता है,शिकायत के बाद भी कोई प्रतिक्रिया सचिव द्वारा नहीं की जाती जावरा एसडीएम से लेकर भोपाल मंडी बोर्ड तक शिकायत करने पर भी लापरवाही दिखाई देना भृष्ट शासन को बयां कर रहा है वही शासन के जनप्रतिनिधियों व प्रशासन के भृष्ट अधिकारियों की साठ- गाँठ को व्यक्त कर रहा है, आक्रोशित किसान संघ ने एसडीएम कार्यालय का घेराव किया तो एसडीएम द्वारा ध्यान नही दिया गया वही संभागीय किसान संघ अध्यक्ष भंवर सिंह पंवार के अगुवाई पर प्रदर्शन में मंडी विरोध के नारे लगने पर एसडीएम द्वारा किसानों को आश्वासन देकर मीटिंग की गई जिसमें किसान संघ द्वारा एसडीएम हिमांशु प्रजापति को बताया गया कि लहसुन के छोटे ढेरों की नीलामी दोपहर बाद कि जाए वही लहसुन ट्राली टोकन व्यवस्था सेजावता से की जाए,सभी मंडी प्रांगण ने प्रभारी नियुक्त किए जाए व पूर्व में जो मंडी में भृष्ट प्रभारी अधिकारी पाए गए थे उन्हें मंडी से बाहर किया जाए ,मटर फली का नीलाम 1 बजे किया जाए, कृषि उपज मंडी जावरा ,बड़ावदा,पिपलोदा, एव सुखेड़ा में किसानों को नगद भुगतान किया जाए, वही जावरा मंडी सचिव आर,के. जैन द्वारा मंडी संचालन पर सही से ध्यान दिया जाए इस दौरान संभागीय व जिला व तहसील स्तर के किसान संघ पदाधिकारी जावरा तहसील अध्यक्ष रमेश धाकड़, तहसील मंत्री जगदीश पांचाल, तहसील उपाध्यक्ष जगदीश आंजना ,तहसील जैविक प्रमुख बालाराम धाकड़, तहसील उपाध्यक्ष कन्हैयालाल धाकड़, कैलाश मेहता ,शान्ति लाल हरा, प्रकाश मदारा, रमेश मेहता ,समरथ मल धाकड़, पिपलोदा तहसील अध्यक्ष ईश्वर लाल पाटीदार, तहसील मंत्री दिलीप पाटीदार व किसान जन उपस्थित रहे।