निप्र, जावरा – मध्यप्रदेश के रतलाम जिले के जावरा जनपद पंचायत के बनवाड़ा ग्राम में पटवारी गोपाल देवड़ा द्वारा नामांतरण बंटवारे, पावती, डायवर्शन आदि के नाम पर पैसों की अवैध वसूली कर ग्रामवासियों को परेशान करने की शिकायत ग्रामवासियों द्वारा एसडीएम कार्यालय जाकर कलेक्टर के नाम ज्ञापन देकर की गई,जिसमे पटवारी द्वारा काश्तकारों से भ्रमित कर नामांतरण बंटवारे पावति, डायवर्शन, और नवीन नलकूप विद्युत कनेक्शन स्थल नीरीक्षण रिपोर्ट के नाम पर मनमाने तरीके से रुपये वसूली करने की बात कही गई,ग्राम वासियों ने एसडीएम से शिकायत कर अवगत कराया कि कई बार अवैध कार्यों के बारे में शिकायत पर भी पटवारी विकलांगता की आड लेकर बचते चले गये। शिकायत करते हुए ग्रामीणों ने बताया
कि ग्राम बनवाडा मे गोपालसिंह पिता प्रहलाद सिंह एवं बाराखेडा वाले की भूमि सर्वे नंबर 166 गलत था उस त्रूटी को सुधारने के एवज में पटवारी द्वारा दोनों तरफ से 75000 रुपये लिए गए। स भुमि हरीश पिता लक्ष्मीनारायण निवासी रोजाना ने क्रय कि थी। वही अनूपसिंह पिता फतेसिंह निवासी बनवाड़ा द्वारा नवीन पावती बनाने के एवज में 3000 रुपये लिए गए जिसकी पीडीत ने सी.एम. हेल्पलाईन में शिकायत दर्ज करवाई है पर कोई कार्यवाही आज तक नहीं हो पाई है। ग्राम नंदावता के रामचंद्र पिता नंदराम का मृतक नामांतरण दो पुत्रो के नाम से जमीन बंटवारे के एवज में धर्मेन्द्र कुमार भरत कुमार पिता रामचन्द्र से नामांतरण व बंटवारे के नाम पर 50000 रुपये लिए गए। ग्राम नन्दावता निवासी किशनलाल पिता नंदराम के तीन पुत्रों के नाम से बंटवारे कर अलग अलग पावतियां बनाने के नाम पर 60000 लिए गए। सतनाम सिंह पिता मंजीत सिंह निवासी नंदावता के मृतक नामांतरण बंटवारे के 60000 और सर्वे व नक्शा त्रूटी सुधार 2 के एवज में 50000 रुपये सत्यनारायण पिता मोहनलाल चौकीदार नंदावता एवं लालु पिता मोहनलाल चौकीदार बनवाड़ा के समक्ष लिए गए। ग्राम नंदावता के बद्रीलाल गंगाराम रामचंद्र जाति चमार इन तीनों की भी जमीन बंटवारे कर नक्शा त्रुटी सुधार एवं अलग अलग पावति बनाकर इसके एवज में 50000 लिए गए। इसी तरह ग्राम बिनोली निवासी भागीरथ पिता सागा कृषक बनवाडा के मृत्य उपरांत मृतक के दो पुत्र मांगीलाल व भारत पिता भागीरथ के नाम से नामांतरण व बंटवारे के एवज में 20000 की राशि ली गई। तब जाकर उनकी पावतीया बनाई गई। गणेशराम पिता नंदराम निवासी नंदावता से लगानी जमीन का डायवरशन शुल्क के रूप में 5000 रुपये लिए गये चेनराम एवं भगतराम पिता कचरु निवासी नन्दावता से भी मकान बना होने के कारण डायवर्शन शुल्क के नाम पर 10000 लिए गये। ईश्वरलाल पिता राजाराम निवासी नंदावता से भी नामांतरण बटवारे नाम पर राशि ली गई जो गोपनीय हैं। इसी तरह नरसिंग के पूत्रों से भी नामांतरण बटवारे के नाम पर भी रकम ली गई। इन सारी काली कमाई की वसूली में दलाली के रूप में ग्राम नंदावता का चौकीदार की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। भोले भाले अशिक्षित काश्तकारों को नियम की दुहाई देकर चौकीदार व पटवारी द्वारा भ्रमित कर अवैध वसूली की गई।
जिसके सम्बंध में शिकायत को संज्ञान में लेकर जल्द पटवारी पर कार्यवाही करने की ग्रामीणों द्वारा मांग की गई।