धमतरी, 28 दिसंबर ।गायत्री शक्तिपीठ धमतरी का स्थापना दिवस उत्साह से मनाया गया। पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा मां गायत्री की प्राण प्रतिष्ठा 24 दिसंबर 1981 को की गई थी। पुरुषोत्तम निर्मलकर ने गुरुदेव के आगमन पर विवरण दिया। सहायक ट्रस्टी चेतन साहू, श्रीमती अंजना रणसिंग ने अपना अनुभव बांटे। नेतराम सिन्हा ने आंखों देखा हाल बताया। घनश्याम ठाकुर ने भी अपने विचार रखे। गायत्री शक्तिपीठ की मुख्य प्रबंध ट्रस्टी श्रीमती खिलेश्वरी किरण शांतिकुंज हरिद्वार में देवकन्या के रूप में रही।
उन्होंने गुरुदेव श्रीराम शर्मा आचार्य के सानिध्य में रहकर भगवती देवी शर्मा का अपने शिष्यों के प्रति प्रेम भाव का आंखों देखा हाल सुनाया। कार्यक्रम ध्यान साधना से प्रारंभ हुआ। प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ कौशल प्रसाद साहू ने बताया कि गायत्री मंत्र सर्वोपरि मंत्र है। इससे बड़ा और कोई मंत्र नहीं है। जिला समन्वयक दिलीप नाग ने कहा कि पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य के नेक विचारों को जन-जन तक पहुंचाने के लिए गायत्री परिवार द्वारा सालभर विविध कार्यक््रम का आयोजन किया जाता है। बाल शालाओं में बच्चों को नैतिक ज्ञान की बातें सिखाई जाती हैं। इसके अलावा जिले के धमतरी, नगरी, कुरुद, मगरलोड व भखारा में पुंस्वन संस्कार व विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वरिष्ठ कार्यकर्ता राजकुमार साहू ने कार्यक्रम का संचालन किया।