मठ वाला कुआ व कालिकामाता मंदिर पर नो दिवसीय गरबा महोत्सव शुरू
थांदला से विवेक व्यास, माधव एक्सप्रेस() थांदला नगर में मठ वाला कुआ ओर कालिकामाता मंदिर पर नवरात्रि महोत्सव का आज घट सथापना कर महोत्सव का पहला दिन इस नो दिन में मां दुर्गा के नौ रूपों का विशेष महत्व है। उनकी पूजा करने से जीवन में शक्ति का संचार होता है। इसके बाद जब आप शक्ति और ऊर्जा के साथ जीवन में आगे बढ़ते हैं और किसी भी कार्य को करते हैं तो सफलता निश्चित मिलती है। इसलिए जरूरी है कि भक्त तन और मन को पवित्र कर मां की पूजा अर्चना करें। हर दिन पूजा से पहले षोडशोपचार करें। दूध, दही, घी, चीनी और शहद (पंचामृत) से देवी-देवताओं को स्नान कराएं। इसके बाद वस्त्र और उपवस्त्र पहनाएं और अक्षत, चंदन, रोली से टीका लगाकर मां को अलंकारिक वस्त्र पहनाएं। इसके बाद सुगंधित द्रव्य, पुष्प, माला चढ़ाने के साथ ही अगरबत्ती, दीपक दिखाएं। इसके बाद दुर्गा सप्तशति में दिए गए मंत्र ‘ओम ऐं हीं क्ली चामुण्डायै विच्चै’ से पूजा कर सकते हैं। भक्त दुर्गा सप्तश्लोकी से भी पूजा कर सकते हैं। नवरात्रि के नौ दिनों में देवी के अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। इसमें रात्रि शब्द अपने आप में सिद्ध का प्रतीक है। दसवें दिन देवी की पूजा के बाद दशहरा धूम-धाम से मनाया जाता है। कार्यक्रम में मठ वाला कुआ समिति के अध्यक्ष कमलेश जेन सचिव किशोर पडियार समिति के संयोजक समर्थ उपाध्याय