पाँच दिन की सुरों की बारिश, सुविख्यात कलाकार देंगे सुर सम्राट को स्वरांजलि
वृहद शास्त्रीय बैंड की समवेत प्रस्तुति से गूंजेगा ग्वालियर का ऐतिहासिक दुर्ग
गिनीज बुक में दर्ज होगी नादब्रम्ह के 350 साधक विभिन्न वाद्य यंत्रों की समवेत प्रस्तुति भोपाल, 15 दिसंबर (हि.स.)। मध्य प्रदेश के ग्वालियर की फिजा पांच दिनों तक सुर, ताल व राग की बारिश में सराबोर रहेगी। ग्वालियर में आज (रविवार) से भारतीय शास्त्रीय संगीत के क्षेत्र में देश का सर्वाधिक प्रतिष्ठित महोत्सव “तानसेन संगीत समारोह” का आगाज होने जा रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तानसेन समाधि के समीप ऐतिहासिक महेश्वर किला की थीम पर बने भव्य एवं आकर्षक मंच पर शाम लगभग 6 बजे सुर सम्राट तानसेन की स्मृति में आयोजित इस समारोह का शुभारंभ करेंगे। इसी मंच पर बैठकर देश-दुनिया के ब्रम्हनाद के शीर्षस्थ साधक संगीत सम्राट तानसेन को स्वरांजलि अर्पित करेंगे।
उद्घाटन समारोह में केन्द्रीय मंत्री सिंधिया और विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर बतौर विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे। समारोह की अध्यक्षता संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मेन्द्र सिंह लोधी करेंगे। समारोह में मंत्रीगण तुलसीराम सिलावट,प्रद्युम्न सिंह तोमर, नारायण सिंह कुशवाह, सांसद भारत सिंह कुशवाह, विधायकगण डॉ. सतीश सिकरवार, साहब सिंह गुर्जर, सुरेश राजे व मोहन सिंह राठौर एवं महापौर डॉ. शोभा सिकरवार विशेष अतिथि हैं।
प्रात:काल पारंपरिक ढंग से एवं सायंकाल होगा औपचारिक शुभारंभ
“तानसेन समारोह” का सुबह 10 बजे हजीरा स्थित सुर सम्राट तानसेन की समाधि पर शहनाई वादन, ढोलीबुआ महाराज की हरिकथा एवं मीलाद वाचन से समारोह का पारंपरिक शुभारंभ होगा, जबकि सायंकाल 6 बजे समारोह की मुख्य सभाओं के लिए ऐतिहासिक महेश्वर किला की थीम पर बनाए गए भव्य मंच पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा औपचारिक शुभारंभ किया जाएगा। इसके बाद सांगीतिक सभाओं की शुरुआत होगी।