जगदलपुर, 12 दिसंबर। बस्तर जिला मुख्यालय में सूदखोरी फिर एक बार चर्चा का विषय बन गया है। मिली जानकारी के अनुसार शहर के एक ठेकेदार बिल्लू बजाज ने सूदखोर नानजी भाई चोपड़ा से 85 लाख का कर्ज लिया था, जो तीन साल में बढ़कर 12 करोड़ हो गया। प्रताड़ना के चलते उन्हें शहर छोड़कर रायपुर में रहना पड़ रहा। पीड़ित ने इसकी शिकायत आरबीआई रीजनल कार्यालय रायपुर सहित दिल्ली मुख्यालय काे किया है। इस पर नानजी भाई चोपड़ा ने कहा कि लेन-देन का विषय मेरे व बिल्लू के बीच का है। प्रताड़ना का आरोप निराधार है।
ठेकेदार बिल्लू बजाज ने गुरुवार को जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2019 में उसने नानजी भाई चोपड़ा से 85 लाख रुपये का ऋण लिया था। वर्ष 2022 में यह रकम बढ़कर करीब 12 करोड़ हो गई। चोपड़ा की हैंडराइटिंग में उपलब्ध खाते में जो हिसाब दर्ज है, उसमें चेक से ब्याज की रकम चोपड़ा की पुत्रवधू रीता के खाते में अंतरित की गई है। इसके बाद ब्याज की राशि लगातार बढ़ती रही। प्रताड़ना के चलते बजाज के परिवार को शहर तक छोड़ना पड़ गया। शिकायतकर्ता ने बिल्लू बजाज आरोप लगाया है कि चोपड़ा ने अपनी शर्तों और दरों पर एक अवैध बैंक संचालित कर रखा है। इसका न तो आरबीआइ से लाइसेंस लिया है न वित्त विभाग के नियमों का पालन कर रहा है। अवैध सूदखोरी के इस कारोबार में लेन-देन चोपड़ा और उसके स्वजनों के बैंक खातों से खुलेआम किया जा रहा है। शिकायतकर्ता ने सभी खातों की जांच करवाने की मांग की है।