छतरपुर(पंकज पाराशर )देश में अघोरी किले की मूर्तियों पर सिक्कों के चिपकने का रहस्य आज भी अनसुलझा है, यह घटना विज्ञान और आस्था के बीच का एक अनूठा संतुलन है । जो हर किसी को सोचने पर मजबूर कर देती है। उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले से लगभग 30 किलो मीटर दूर स्थित अघोरी किले की प्राचीन मूर्तियों के रहस्य ने सदियों से लोगों को हैरान कर रखा है । इन मूर्तियों पर सिक्के बिना किसी केमिकल, गोंद या उपकरण के चिपक जाते हैं । यह रहस्य और भी गहराता है । जब कुछ लोगों के सिक्के चिपकते हैं और कुछ के नहीं ।
सोनभद्र में ऐसी कई अविश्वसनीय और अकल्पनीय कहानियां हैं लेकिन अघोरी किले की इन मूर्तियों की कहानी अनोखी है । स्थानीय लोग इसे आस्था से जोड़कर देखते हैं । जब वहां मौजूद लोगों से बात की, तो उन्होंने बताया कि ये मूर्तियां हजारों साल पुरानी हैं। लोगों का मानना है कि सच्चे मन से जो भी इन मूर्तियों से अपनी मनोकामना मांगता है, उसका सिक्का मूर्ति पर चिपक जाता है ।
*प्रार्थना में सच्चाई के संकेत*
वहीं, जिनके सिक्के नहीं चिपकते, उन्हें यह संकेत माना जाता है कि उनकी प्रार्थना में सच्चाई या श्रद्धा की कमी है । जिनके सिक्के चिपकते हैं, वे मानते हैं कि उनकी मनोकामना अवश्य पूरी होगी । यह चमत्कारिक घटना लोगों को न केवल हैरान करती है, बल्कि उनकी श्रद्धा को और भी मजबूत बनाती है।
तिलिस्मी इतिहास सोनभद्र के मध्य में स्थित अघोरी किले का इतिहास तिलिस्मी और रहस्यमय है । यहां के रहस्यों में मूर्तियों पर सिक्कों के चिपकने की यह घटना सबसे अनोखी मानी जाती है । हमने खुद इस घटना को परखा, तो पहले प्रयास में सिक्का नहीं चिपका लेकिन स्थान बदलने और प्रार्थना करने के बाद, वास्तव में सिक्का मूर्ति पर चिपक गया । यह नजारा हमारे लिए भी हैरान करने वाला था ।
विज्ञान या आस्था? हालांकि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इस घटना की व्याख्या अलग हो सकती है, लेकिन स्थानीय लोगों के लिए यह उनकी आस्था का प्रतीक है । उनका विश्वास है कि यह चमत्कार भगवान की कृपा का संकेत है हालांकि इसका कोई आधार नहीं है लेकिन इसी विश्वास के साथ वहां पहुंचते हैं ।
*पर्यटकों के लिए आकर्षण*
इस रहस्यमय घटना को देखने और खुद आजमाने के लिए दूर-दूर से लोग यहां आते हैं. अघोरी किला पर्यटन की दृष्टि से भी एक महत्वपूर्ण स्थान बन चुका है बाहर से आने वाले पर्यटक यहां की ऐतिहासिकता और इस अनोखी घटना को देखने में खास रुचि दिखाते हैं । चाहे यह एक वैज्ञानिक कारण हो या आस्था का चमत्कार, यह स्थान हर टूरिस्ट के लिए एक खास अनुभव देता है ।