निप्र,जावरा मध्यप्रदेश के रतलाम ज़िले की तहसीलों जावरा ,पिपलौदा और आलोट में पेयजल योजना जल जीवन मिशन का कार्य जावरा स्थित लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी उपखंड विभाग के अधीन है, तीनों तहसीलों की ग्रामीण स्थित का मौका मुहायना करने पर जानकारी मिली की तीनों तहसीलों के कई गावों में जल स्तर की कमी के चलते गर्मी के दिनों में ट्यूबवेल से लेकर कुएं जल के अभाव में पानी की आपूर्ति कर नहीं पाते जिससे किसानों और आम जनों को घरेलू कार्यों व पीने के पानी के लिए समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं, विभाग द्वारा जानकारी लेने पर बताया कि व्यवस्थाओं का अभाव है कर्मचारियों के साथ पंचायत स्तर पर जन जागरूकता की कमी है, कई पंचायत में जल स्तर को बढ़ाने हेतु कोई कार्य नहीं किए जाते जल एवम स्वच्छता समिति में भीं मार्गदर्शन देते हैं लेकिन समिति ठीक से कार्य नहीं करती ,हमारा कार्य सिर्फ़ पानी की उपलब्धता के साथ शासन की योजना अनुरूप ट्यूबवेल , हेडपंप और जल जीवन मिशन की योजना के अंतर्गत लगभग ६४ जावरा में ४४ पिपलौदा और ८२ आलोट के गांव का कार्य पुर्ण होने वाला है पानी की टंकी से पाइप लाइन के माध्यम से हर घर जल की आपूर्ति पुर्ण करना है, वहीं जल की समस्या के संबंध में समाजसेवी पंकज चारोडिया द्वारा बताया गया कि पूर्व में मध्य प्रदेश शासन में कृषि मंत्री रहते कैलाशवाशी महेंद्र सिंह जी कालूखेड़ा द्वारा सिंचाई और पेयजल की समस्याओं को देखते हुए उन्होंने जावरा ,पिपलौदा क्षेत्र से गुरने वाली रोजर और मिंडाजी तक की नदियों की छोटी नहरों में स्टॉप डैम , चैक डैम और बैराज बनवाने का कार्य किया था वहीं कहीं तालाब भीं खुदवाए ताकि भविष्य में जल स्तर बड़ सकें लेकिन आज किसी में गेट नहीं तो कुछ जर्जर होकर ध्वस्त हो गए हैं ,उनका रख रखाव नहीं हो सका जिससे की जल स्तर कम हो रहा हैं, आज इस और न ज़िला पंचायत का ध्यान है न पंचायत का हां वर्तमान में सीएम द्वारा जल संरक्षण को लेकर जल स्त्रोतों की सफाई का कार्य हुआ है जिसमें तालाब और पुरानी बावड़ी मुख्य थें। वहीं जब पी.एच. ई अधिकारी प्रियांशा दुबे द्वारा पंचायत की जानकारी ली तो बताया कि वर्तमान में पंचायत में जल की आपूर्ति के लिए शासन की जल जीवन मिशन योजना के अंतर्गत हर घर तक पानी नल कनेक्शन के माध्यम से पहुंचाने का कार्य किया जा रहा हैं अगर कोई समस्या हो तो पंचायत हमें अवगत कराएं कार्य किया जाएगा वहीं जल स्तर के बारे में प्रश्न पर कहा की पंचायत में जल स्तर को लेकर ज़िले के जावरा, आलोट,पिपलौदा तहसील के कई गांव पहले ही डार्क जोन में है, ज़िला पंचायत से पंचायत स्तर पर जल और स्वास्थ्य पर समिती भी पंचायत में बनाई गई हैं जल संरक्षण पर कार्य होना चाहिए।