संवादाता विजेंद्र चिंटू पाल मांडव
संबंधित कर्मचारी मौन।
हम बात कर रहे हैं धार जिले के प्रसिद्ध ऐतिहासिक पर्यटक स्थल मांडव की जो की पर्यटन नगरी के नाम से विश्व विख्यात है जहां पर डॉक्टरों की लापरवाही के चलते अपार गंदगी देखने को मिली वहां वाटर कूलर है पर पानी नहीं है मांडू एक ऐतिहासिक पर्यटक स्थल जहां पर किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं है बाहर से देश-विदेश से पर्यटक यहां पर आते हैं एक्सीडेंट या ऐसी कोई घटना होने के बाद भी यहां पर डॉक्टर उपलब्ध नहीं रहते हैं और ना ही कोई एंबुलेंस जेसी सुविधा उपलब्ध नही है मध्य प्रदेश शासन एक और नुक्कड़ सभाएं कर स्वच्छता का संदेश दे रहा है वही हमारा इंदौर संभाग स्वच्छता को लेकर कहीं अवार्ड हासिल कर चुका है जब हमारी टीम मांडू अस्पताल पहुंची तो वहां का नजारा कुछ और ही था अस्पताल के शौचालय में अपार गंदगी देखने को मिली साथ ही मैडम अपने चेंबर में उपलब्ध नहीं थी
वह अपने निवास से हॉस्पिटल का संचालन कर रही थी अस्पताल से मरीज चिट्ठी बनवाकर मैडम को अपने निवास पर दिखाने के लिए मजबूर हो रहे हैं गर्भवती महिलाएं परेशान नजर आई कुछ मरीजों ने बताया कि हम विगत दो दिनों से यहां पर भर्ती हैं मैडम ने हमारा कोई उपचार नहीं किया हमने मरीजों से नाम और पता पूछने के लिए कहा तो उन्होंने कहा के सर मैडम हमारे को यहां से भगा देगी हमें देखने तक नहीं आई पोलियो की दवाई पिलाने वाली मैडम हमें देख रही
स्टाफ से अलग रखते हैं अपना हस्ताक्षर रजिस्टर
मरीज और परिजन होते हैं परेशान
जबहमने ने पड़ताल की तो पता चला कि मांडू हॉस्पिटल में पानी पीने के लिए कोई समुचित व्यवस्था नहीं शौचालय में फैली गंदगी परेशान और मरीज होते रहे परेशान मरीज और परिजनों को बस स्टैंड से लाना पड़ता है पीने के लिए पानी
बिना फार्मेस के होती है दवाई का वितरण
कुछ दिनों पहले ही फार्मेसी की पोस्टिंग हुई थी किंतु व्यक्तिगत विवाद के चलते संबंधित व्यक्ति को नालछा रिलीव कर दिया गया जिसके चलते दवाई वितरण की व्यवस्था काफी बिगड़ी हुई नजर आई
नालछा बीएमओ जोगेंद्र डावर द्वारा बताया गया सफाई कर्मचारी है किसी कारण वश उसे जिला अस्पताल स्टेज किया है वहीं फार्मेसी का किसी से विवाद होना बताया गया जिसकी वजह से वो नहीं आ रहा है बीएमओ साहब का कहना है समझा कर हम फार्मेसी को वापस भेज देंगे