इंदौर: आईआईटी इंदौर दृष्टि सीपीएस आज के युवा को तकनीकी स्तर पर योग्य और रोज़गार प्राप्त करने हेतु सफल बनाने के लिए अग्रसर है। इस कड़ी में इन्फोबींस फॉउन्डेशन के साथ एक वर्ष का करार किया गया जिसके तहत २५० से अधिक युवाओं को सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट और अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ट्रेनिंग प्रदान की जायेगी ।
आईआईटी इंदौर दृष्टि सीपीएस के सीईओ आदित्य व्यास ने बताया की हम कई सालों से और कई संस्थानों से जुड़े है और
हज़ारों युवाओं को रोज़गारोन्मुखी शिक्षा सतत प्रदान की जा रही है। साथ ही स्टार्टअप को प्राथमिक स्तर पर आर्थिक सहायता और बिज़नेस के गुर सिखाने का भी काम किया जाता है। साइबर फिजिकल सिस्टम के नेशनल मिशन कार्यक्रम के तहत आईआईटी इंदौर में दृष्टि सीपीएस की स्थापना की गयी हैं।
इन्फोबींस फॉउन्डेशन की मेघना सेठी के बताया की वर्तमान में ५ वैच एक साथ चल रही है, और पिछले चार वर्षों में हर एक वैच के करीब चालीस युवा साल भर की सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग की ट्रेनिंग ले कर रोजगार प्राप्त करने में सफल रहे है। अभी तक ५५ कंपनीयां में युवा जॉब प्राप्त कर चुके है जिनमे TCS, Sales Force, InfoBeans, और Codiant प्रमुख हैं
इन्फोबींस फॉउन्डेशन का फिक्की फ्लो इंदौर के साथ करार
इन्फोबींस फॉउन्डेशन के तहत एक महत्वपूर्ण करार हुआ जिसमे फिक्की फ्लो इंदौर के सदस्य मिल कर चालीस युवा लड़कियों की एक गर्ल ओनली बैच संचालित करेंगे |
यह सॉफ्टवेयर डेवलपमेन्ट ट्रेनिंग साल भर चलेगी और लड़कियों के लिए यह शिक्षा पूर्ण रूप से मुफ्त रहेगी | फिक्की फ्लो इंदौर के सदस्य हर एक लड़की की मेन्टोरिंग करेंगे, आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करेंगे, उनकी पढ़ाई का कुछ खर्चा भी उठायेंगे और उनकी ट्रेनिंग में हाथ बटायेंगे | साल भर बाद प्रशिक्षित लड़कियों की अपने संस्थानों में नौकरी लगवाने का सार्थक प्रयास भी करेंगे |
इन्फोवीस फॉउन्डेशन की मेघना सेठी के बताया की वर्तमान में ५ बैच एक साथ चल रही है, और पिछले चार वर्षों में हर एक वैच के करीब चालीस युवा साल भर की सॉफ्टवेयर प्रोग्रामिंग की ट्रेनिंग ले कर रोजगार प्राप्त करने में सफल रहे है। अभी तक ५५ कंपनीयां में युवा जॉब प्राप्त कर चुके है जिनमे TCS, Sales Force, InfoBeans, और Codiant प्रमुख हैं
फिक्की फ्लो इंदौर चेयरपर्सन विभा जैन सेठी, का कहना है की इसी परियोजना को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से इन्फोबींस फॉउन्डेशन और फिक्की फ्लो इंदौर ने हाथ मिलाया हैं। इस बार हमारा लक्ष्य पूर्ण रूप से लड़कियों को रोज़गार देना हैं जो कि फिक्की फ्लो का राष्ट्रीय स्तर का लक्ष्य हैं।