थांदला-से (विवेक व्यास, माधव एक्सप्रेस) थांदला
आचार्य श्री उमेशमुनिजी के सुशिष्य प्रवर्तक जिनेन्द्रमुनिजी की आज्ञानुवर्तिनी साध्वी निखिलशीलाजी,दिव्यशीलाजी, प्रियशीलाजी, दीप्तिजी ठाणा – 4 पौषध भवन स्थानक पर चातुर्मास हेतु विराजित है।
साध्वी मंडल के सानिध्य में ज्ञान,दर्शन,चारित्र एवं तप की विशिष्ट आराधना में श्रावक-श्राविकाएँ उत्साहपूर्वक भाग ले रहे है।साध्वी मंडल के सानिध्य में प्रतिदिन राईय प्रतिक्रमण,प्रार्थना,व्याख्यान प्रातः 09 से 10 बजे तक,दोपहर में वाचनी एवं ज्ञान चर्चा,शाम को देवसिय प्रतिक्रमण,चौवीसी आदि विविध धर्माराधनाए सम्पन्न हो रही है।
साध्वी मंडल के सानिध्य में 02 अगस्त सोमवार को मालव केसरी,प्रसिद्ध वक्ता, महाराष्ट्र विभूषण पूज्य गुरुदेव श्री सौभाग्यमलजी म.सा.की 37वॉ पूण्य स्मृति दिवस जप-तप-त्याग तपस्या एवं विविध धर्माराधनाओ के साथ उत्साहपूर्वक मनाया जाएगा।इस अवसर पर स्थानीय पौषध भवन पर प्रातः 09 से 10 बजे तक विशेष गुणानुवाद सभा का आयोजन होगा जिसमें साध्वी निखिलशीलाजी व साध्वी मंडल मालव केसरी श्री सौभाग्यमलजी म.सा. के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डालेंगे।
पूण्य स्मृति दिवस के प्रसंग पर 02 अगस्त सोमवार को सामूहिक एकासन तप का आयोजन स्थानीय महावीर भवन पर होगा।इसमे बड़ी संख्या में तप आराधक एकासन तप की आराधना करेंगे।सामूहिक एकासन तप करवाने का लाभ श्री वर्धमान स्थानकवासी जैन श्रावक संघ थांदला ने लिया है।
वाणी के जादुगर,परस्पर प्रेम एवं भाईचारे के ध्वजवाहक,श्रमण संघ के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान के लिए मालव केसरी श्री सौभाग्यमलजी म.सा. को पूरे भारतवर्ष में श्रद्धा के साथ याद किया जाता है।मध्यप्रदेश, राजस्थान व महाराष्ट्र आपके विचरण के प्रमुख क्षेत्र रहे है।
श्री संघ ने मालव केसरी श्री सौभाग्यमलजी म.सा. के पुण्य स्मृति दिवस पर अधिक से अधिक धर्म आराधना करने का निवेदन श्रावक-श्राविकाओं से किया है।
धर्मसभा में तपस्वियों की तपस्या पूर्ण होने पर उनका बहुमान भी किया गया इनमे कु.मुक्ति दीपक रुनवाल एवं गौरव सुजानमल शाहजी के 9-9 उपवास एवं सपना प्रदीप व्होरा व खुशबू नीलेश पावेचा के 8-8 उपवास की तपस्या का बहुमान श्री संघ द्वारा तप की बोली लगाकर किया गया।समस्त तप आराधकों को साध्वी निखिलशीलाजी एवं साध्वी मंडल ने खूब खूब धन्यवाद दिया।